हिमाचल प्रदेश में फंसे थे पटना के लोग, प्रयास एक पहल ने किया मदद

नौबतपुर। कोरोना की वजह से पूरे देश मे लॉकडाउन है, जिसकी वजह से सबसे बड़ी समस्या में वे लोग हैं जो रोजगार हेतु दूसरे राज्य में रहते हैं। अचानक हुए इस बंदी की वजह से अलग-अलग राज्यों में बिहार के लोग फंसे हैं। बंदी के कारण ऐसे लोगों के समक्ष भूखे रहने की नौबत आ गयी है।
ताजा मामला पटना जिले नौबतपुर प्रखंड के गोआए गांव से जुड़ा है, जहां के कुछ लोग हिमाचल प्रदेश में फंसे हुए हैं। इन लोगों ने पटना जिला प्रशासन सहित हर जगह मदद की गुहार लगायी, जिसके बाद इसकी सूचना नौबतपुर में लगातार लोगों तक मदद पहुंचाने में जुटी सामाजिक संस्था प्रयास एक पहल तक पहुंची। टीम के द्वारा अविलंब वहां फसे लोगों से संपर्क करके राशन मुहैया करवाया गया। यही नहीं उन लोगों से लगातार संपर्क में बनकर हर जरूरी आवश्यकताओं पर नजर रखी जा रही है।
बता दें कि प्रयास एक पहल लॉकडाउन के बाद सोशल मीडिया की मदद से लगातार फंड इकट्ठा करके वैसे लोगों तक मदद पहुंचा रही है, जिन तक किसी कारणवश सरकारी सहायता नहीं पहुंच पा रही है। संस्था के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने बताया कि लॉकडाउन के बाद हमारी टीम के द्वारा सोशल मीडिया की मदद से पटना जिले के हर जगह से वैसे लोगों की सूची बनाई गयी, जो रोजदारी पर काम करके अपना परिवार चलाते थे। वहीं उपाध्यक्ष बंटी एवं मृत्युंजय बताते हैं कि सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए दो-दो की संख्या में डोर टू डोर जाकर उनकी टीम गरीबों तक राशन पहुंचा रही है। कोषाध्यक्ष उज्ज्वल राज के मुताबिक प्रयास संस्था को अभी तक सोशल मीडिया की ही सहायता से लगभग 2 लाख रुपये एवं 5 क्विंटल अनाज आ चुके हैं। जिसे लगभग एक हजार परिवारों तक मदद पहुंचाया जा चुका है, साथ में सैकड़ों ऐसे लोगों तक भी मदद पहुंचाया गया जो शिक्षा हेतु या रोजगार हेतु कही बाहर रहते थे और बंदी में फंसे हंै। संस्था ने एक नंबर भी जारी किया है, जिससे लोग संपर्क करके अपने आसपास के वैसे लोगो के बारे में बता सकते हैं, जो इस बंदी में भूखे रहने पर मजबूर हैं।

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