सीपीआईएम ने जारी की घोषणा पत्र, सार्वजनिक संपदा को बचाने के लिए एनडीए को पराजित करना अत्यंत आवश्यक

पटना। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) कि बिहार राज्य कमेटी की ओर से शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में समारोहपूर्वक बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राज्य सचिव अवधेश कुमार द्वारा घोषणा पत्र जारी किया गया। उनके साथ पार्टी के केंद्रीय कमेटी सदस्य अरुण मिश्रा, सचिव मंडल सदस्य सर्वोदय शर्मा, गणेश शंकर सिंह, रामपरी मौजूद थे। इस अवसर पर पार्टी ने वेबसाइट एवं मोबाइल एप भी जारी किया। राज्य कमेटी ने कहा कि बिहार और पूरे देश में धर्मनिरपेक्षता, संवैधानिक अधिकारों एवं जनतंत्र तथा सार्वजनिक संपदा को बचाने के लिए भाजपा-जदयू गठबंधन को पराजित करना अत्यंत आवश्यक है। सीपीआईएम ने इसी राजनैतिक उद्देश्य के लिए वामपंथी दलों सहित महागठबंधन के साथ समझौता किया है।
सचिव ने घोषणा पत्र में उल्लेखित मुख्य बिंदुओं की चर्चा करते हुए बताया कि वर्तमान सरकार ने बिहार के साथ विश्वासघात किया और भाजपा को पीछे के दरवाजे से सत्ता की चाबी सौंप दी। भाजपा-जदयू का 15 वर्षों का शासन हर मोर्चे पर असफल एवं जन विरोधी शासन रहा है। इस काल में सृजन घोटाला, प्राकलन घोटाला, शौचालय घोटाला, नल-जल घोटाला आदि अनेकों घोटाले हुए हैं । हाल ही में नीति आयोग और एनसीआरबी की रिपोर्ट से बिहार सरकार के विकास एवं कानून व्यवस्था की पोल खुल गई है।
इस दौर में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम एवं अरिया में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म के मामले में पीड़िता सहित उसके सहयोगियों को जेल में बंद करने की घटना बिहार के माथे पर कलंक है। पार्टी की ओर से चुनाव के दूसरे चरण में चार सीट विभूति पर से अजय कुमार, मांझी से सत्येंद्र यादव, मटिहानी से राजेंद्र सिंह और पिपरा से राज मंगल प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है।

About Post Author

You may have missed