सामान भेजे जाने का मामला: समधी ने पूर्व सीएम राबड़ी देवी के खिलाफ दर्ज करायी प्राथमिकी

पटना। बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार में शुमार राजद सुप्रीमो लालू यादव की पत्नी व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ एक और प्राथमिकी शुक्रवार को दर्ज करायी गयी है। यह प्राथमिकी उनके समधी चंद्रिका राय ने शास्त्रीनगर थाने में दर्ज करायी है। बता दें लालू प्रसाद और चंद्रिका राय के परिवारों के बीच तनाव एक बार फिर उस वक्त बढ़ गया, जब राबड़ी देवी के आवास पर तैनात सुरक्षा गार्डों ने लालू-राबड़ी की बड़ी बहु व तेजप्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय का सामान गाड़ी में लेकर चंद्रिका राय के घर पहुंचे। इस तरह एक बड़े सियासी परिवार की लड़ाई सड़क पर आ गया है। चंद्रिका राय के घर पहुंचे सुरक्षा गार्डों ने कहा कि इन सामानों को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने आपके यहां भेजा है। इसके बाद चंद्रिका राय आगबबूला हो गए और सामान लेने से इनकार कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार, राजद सुप्रीमो लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के खिलाफ उनके समधी चंद्रिका राय ने शुक्रवार को राजधानी के शास्त्रीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। उन्होंने कहा है कि बिना किसी जानकारी के मेरी बेटी का सामान ससुराल वालों ने उनके घर सामान भेजा गया है। प्रोडक्शन आॅफिसर के आदेश के अनुसार, सामान भेजते समय दोनों घरों के लोग और मजिस्ट्रेट का होना जरूरी होता है। लेकिन, बिना किसी की जानकारी और उपस्थिति के सामान भेज दिया गया। इसके बाद राबड़ी देवी और सामान पहुंचाने वाले सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।
मालूम हो कि लालू प्रसाद और चंद्रिका राय परिवार के बीच गुरुवार की शाम एक बार फिर तनाव गहरा गया, जब राबड़ी देवी के आवास के पांच सुरक्षा गार्ड भाडे की दो जिप में सामान लादकर चंद्रिका राय के घर जा पहुंचे। सामान लेकर चंद्रिका राय के घर पहुंचे सुरक्षा गार्डों ने कहा कि ये सारा सामान राबड़ी देवी ने आपके यहां उतारने के लिए कहा है। चंद्रिका राय ने सामान लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने मीडिया से कहा कि यह मुझे फंसाने की साजिश है। साथ ही उन्होंने पुलिस को बुलाकर आपत्ति जतायी। उन्होंने सुरक्षा कर्मियों से कहा, मैंने और बेटी ऐश्वर्या ने किसी सामान की मांग नहीं की थी। अभी महिला प्रताड़ना के मामले में सुनवाई चल रही है। ऐसे में इस तरह सामान भेजना समझ से परे है। चंद्रिका राय ने कहा कि मेरी बेटी का निजी सामान जैसे पासपोर्ट और दूसरे कार्ड, यहां तक कि मोबाइल भी उन्हीं के पास है। जबकि, वह सामान उन्हें विवाद के समय ही लौटा देना चाहिए था। मैं बेटी का निजी सामान चाहता हूं। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि शादी में दहेज का कोई लेन-देन हुआ था।

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