जल जीवन हरियाली यात्रा: बक्सर में बोले सीएम नीतीश, पर्यावरण को लेकर गंभीर होने की जरूरत, और बहुत कुछ कहा
बक्सर। जल-जीवन-हरियाली यात्रा के 5वें चरण के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को बक्सर में मौजूद थे। यहां उन्होंने विकासात्मक योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने जागरूकता सम्मेलन को संबोधित कर कहा कि अगर समय रहते हम सचेत नहीं हुए, तो इसके गंभीर परिणाम हमारे अगले पीढ़ी के सामने आयेंगे। साथ ही उन्होंने जीवन के लिए जल और हरियाली की महत्ता के बारे में विस्तार से लोगों को जानकारी दी। उन्होंने अक्षय ऊर्जा और सौर ऊर्जा के बारे में भी जानकारी दी। बक्सर जिले के उनवांस में आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के कई शहरों में भू-जलस्तर नीचे चला गया है। पर्यावरण को लेकर हम सभी को गंभीर होने की जरूरत है। बिहार को बाढ़ और सूखे का एक साथ सामना करना पड़ता है। हमें हरियाली को बढ़ाना है। जल-जीवन-हरियाली अभियान का 11 अंश रखा गया है। उन्होंने आगे कहा कि सार्वजनिक आहर, पईन, पोखर का जीर्णोद्धार किया जायेगा। हर घर नल का जल पहुंचा रहे हैं। सदन के दोनों सदनों में भी जलवायु परिवर्तन पर चर्चा की गयी है। हर हालत में चापाकलों को भी कायम रखेंगे। साथ ही सार्वजनिक स्थल पर कुएं का भी जीर्णोद्धार करेंगे। अगले साल होनेवाले विधानसभा चुनाव के पहले ‘हर घर नल का जल’ का काम पूरा हो जाएगा। छत पर आनेवाले बारिश के पानी का हम संचयन करेंगे। कई राज्य ऐसे हैं, जहां भू-जल स्तर समाप्त हो गया है। वर्षा के पानी का संचयन करें। इससे भू-जल संकट नहीं रहेगा। कई देश ऐसे हैं, जहां भू-जल स्तर समाप्त-सा हो गया है। मौसम के मुताबिक ‘फसल चक्र’ हमलोगों ने काम करना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि पराली मत जलाइये। इससे पर्यावरण खराब होगा। फसल अवशेष को लेकर कृषि विभाग काम कर रहा है। फसल अवशेष को जलाने से बचना चाहिए। फसल अवशेष का सदुपयोग करने के लिए हमलोग मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में हरित आवरण बढ़कर 15 प्रतिशत तक पहुंच गया है। पहले यह 9 फीसदी था। अब हर घर बिजली का कनेक्शन पहुंचाना है। बिजली के पुराने जर्जर तार इस महीने के अंत तक बदले जायेंगे। डीजल से पटवन महंगा है। पटवन के लिए हम बिजली उपलब्ध करायेंगे। सौर ऊर्जा ही असली ऊर्जा है। वही अक्षय ऊर्जा है। सौर ऊर्जा के लिए हमलोगों को अब काम करना है।
उन्होंने कहा कि जीविका की दीदियों में जागृति आयी है। 10 लाख स्वयं सहायता समूह बनाने का लक्ष्य रखा गया है। नौ लाख से ज्यादा स्वयं सहायता समूह बन गया है। महिलाओं के सशक्तिकरण में बिहार पहला राज्य है। यहां पोशाक योजना की शुरूआत की गयी। लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू की। गांव हो या शहर, हर घर तक पक्की गली और नाली अगले साल तक पूरा कर देंगे। किसानों को 75 प्रतिशत अनुदान पर पराली काटने की मशीन मिलेगी। पराली से चारा बनाने पर कृषि विभाग काम कर रहा है। कुछ लोगों के बहकावे में आकर फसल अवशेष नहीं जलाएं। जिस राज्य में शराबबंदी नहीं हुई है, वहां बिहार में शराबबंदी की चर्चा हो रही है। बिहार में बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जायेगा। न्याय के साथ-साथ विकास हमारा लक्ष्य है। हमलोगों ने सबके खिलाफ अभियान चलाया है। चार करोड़ लोगों ने मानव शृंखला में भाग लिया। जल-जीवन-हरियाली अभियान, शराबबंदी, बाल विवाह व दहेज प्रथा के खिलाफ हमलोग फिर मानव शृंखला बनायेंगे। पर्यावरण के संरक्षण के लिए जो अभियान है, उसमें आपलोग जरूर भाग लीजिये। अगले साल 19 जनवरी को जो मानव शृंखला बनेगी, उसमें आपलोग जरूर भाग लें। बिल गेट्स ने जल-जीवन-हरियाली अभियान की तारीफ की है। कुदरत ने चेता दिया है कि सचेत हो जाओ।