शाश्वत गौतम ने कहा- ‘बात बिहार की’ का कॉन्सेप्ट नकली, पीके ने दिया जवाब

पटना। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर गंभीर आरोप लगाने वाला शाश्वत गौतम शुक्रवार को मीडिया के समक्ष पेश हुए और प्रशांत पर कई गंभीर आरोप लगाए। शाश्वत गौतम ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि प्रशांत के ‘बात बिहार की’ का कॉन्सेप्ट नकली है। उन्होंने बिहार की बात से मिलता-जुलता बात बिहार की डोमेन नेम बनाकर आइडिया और डाटा चुराने का आरोप लगाया। बता दें प्रशांत किशोर ने प्रदेश के युवाओं को राजनीति से जोड़ने के लिए ‘बात बिहार की’ नाम से एक कैंपेन की शुरूआत की है, जिसपर कांग्रेस के लिए काम करने वाले शाश्वत गौतम ने डाटा चोरी करने का आरोप लगाया है और धारा 420 के तहत पटना के पाटलिपुत्र थाने में एफआइआर दर्ज करायी है।
शाश्वत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत किशोर पर बिहार के युवाओं की डाटा चोरी किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वो बिहार के युवाओं का आंकड़ा संग्रहण कर रहे हैं। खुद तो कभी बड़े पद पर नौकरी नहीं कर पाए प्रशांत किशोर, क्योंकि उनकी शैक्षणिक योग्यता सही नहीं है। शाश्वत ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशांत किशोर अपनी शैक्षणिक योग्यता की जानकारी दें। शाश्वत ने कहा कि प्रशांत ने मुझपर सस्ती लोकप्रियता के लिए ये सब करने का आरोप लगाया है और इस तरह की बातें मैं बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं। उन्होंने कहा कि वो सार्वजनिक रूप से मुझसे माफी मांगे, नहीं तो मैं कोर्ट तक जाऊंगा। इसके बाद प्रशांत किशोर की तरफ से जवाब आया और कहा गया कि हमें व्यवस्था पर पूरा विश्वास है। पुलिस को अपना काम करने दिया जाए। जल्द ही इसकी सच्चाई सबके सामने आ जाएगी।
बता दें प्रशांत किशोर ने प्रदेश के युवाओं को राजनीति से जोड़ने के लिए ‘बात बिहार की’ नाम से एक कैंपेन की शुरूआत की है, जिसपर कांग्रेस के लिए काम करने वाले शाश्वत गौतम ने डाटा चोरी करने का आरोप लगाया है और धारा 420 के तहत पटना के पाटलिपुत्र थाने में एफआइआर दर्ज करायी है। जिसके बाद प्रशांत किशोर ने शाश्वत गौतम पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का आरोप लगाते हुए जांच एजेंसी से मामले की पूरी जांच करने की बात कही है। शाश्वत के मुताबिक उन्होंने ‘बिहार की बात’ नाम का एक प्रोजेक्ट बनाया था और इस प्रोजेक्ट को आने वाले दिनों में बिहार में लॉन्च करने की बात हो रही थी। इसी बीच ओसामा नाम के शख्स ने शाश्वत के यहां से इस्तीफा दे दिया और ‘बिहार की बात’ का सारा कंटेंट उसने प्रशांत किशोर को दे दिया। इस आरोप के बाद ओसामा सामने आए और उन्होंने शाश्वत गौतम से सबूत मांगे हैं। ओसामा ने कहा कि वे पटना यूनिवर्सिटी में एक्टिविस्ट रह चुके हैं और प्रशांत किशोर से उनकी मुलाकात पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के दौरान हुई थी। उस वक्त छात्रसंघ चुनाव में प्रशांत किशोर ने अहम भूमिका निभाई थी। ओसामा ने बताया कि 26 अक्टूबर 2019 से ‘बिहार की बात’ को वे चला रहे हैं। इस नाम से कई फेसबुक पेज मिल जाएंगे, जिसे कई युवा चला रहे हैं। इसमें किसी का कोई दावा नहीं है। शाश्वत गौतम जिसकी चर्चा कर रहे हैं वे सरासर तथ्यहीन हैं।

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