शरणम की महिला नर्स ने कोरोना को हराया, बैरिया निवासी पिंकी ठीक होकर लौटी घर
कोरोना से डरने की नही सावधानी बरतने की जरूरत है : पिंकी
फुलवारी शरीफ ( अजीत )। पटना के खेमनीचक स्थित शरणम अस्पताल की 19 वर्षीय नर्स पिंकी कुमारी ने जानलेवा कोरोना को हराकर अब बिलकुल स्वस्थ होकर अपने घर लौट आई है। पिछले 9 दिनों से एनएमसीएच में भर्ती पिंकी का फाइनल टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने की खबर उसके परिवार और गांव मानपुर बैरिया सहित आसपास के इलाके के लोगों के लिए बड़ी राहत और सुकून देने वाली है। पिंकी ने 20 मार्च को मुंगेर के युवक का बीपी नापा था, जो एम्स जाने से पहले यहां 20 मार्च की सुबह में शरणम हॉस्पिटल में इलाज के लिए पहुंचा था। 19 साल की बैरिया की रहने वाली पिंकी एनएमसीएच में भर्ती थी। बता दें की मुंगेर निवासी कतर से लौटे युवक से जुड़े कोरोना चेन की यह पहली मरीज है, जिसने जानलेवा वायरस से जंग जीत ली है।
पिंकी की आँखों में दिखी कोरोना को हराने की ख़ुशी
जानलेवा वायरस कोरोना को हराने की ख़ुशी 19 वर्षीय नर्स पिंकी की आँखों में साफ़ झलक रही थी। मां आसमा देवी और भाई रोहित व रितेश भी पिंकी के अस्पताल से ठीक होकर घर लौटने पर बड़ी राहत मिली है। पिंकी ने बताया कि पहले तो उसे जब पता चला की उसने जिसका बीपी नापा था, वह कोरोना से एम्स में मर गया तो उसे सहसा विश्वास ही नहीं हुआ, लेकिन जब प्रशासन ने अस्पताल को सील करते हुए उसे और अन्य दो स्टाफ को कोरोना के संदेह में एनएमसीएच ले गयी तो वह डर गयी थी। उसे कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड में रखा गया तो वहां उसके साथ चिकित्सक और नर्सो ने उसका हौसला बढ़ाया।