विजयादशमी कल, कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना के साथ होगी देवी की विदाई

पटना। वासंतिक नवरात्र के नौवें दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा, हवन तथा कन्या पूजन कर श्रद्धालु माता की नौ दिन की उपासना को पूर्ण किए। इसके साथ ही रामनवमी का पवित्र त्योहार भी मनाया गया। कोरोना महामारी के कारण देश में जारी तालाबंदी के बीच भक्तों में उत्साह चरम पर दिखा। कुछ मंदिरों में श्रद्धालु तो जुटे लेकिन वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दिखे, वहीं अधिकांश लोगों ने अपने घर के छतों पर ही ध्वजारोहण किया। कल चैत्र शुक्ल दशमी को नवरात्र का उपवास या फलाहार करने वाले श्रद्धालु देवी की विदाई कर पारण करेंगे।


देवी के विदाई से बना अति वृष्टि का योग
भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद के सदस्य आचार्य राकेश झा ने मार्कण्डेय पुराण के हवाले से बताया कि जगत जननी माता जगदंबा की विदाई गज यानि हाथी पर हो रही है। हाथी पर माता के गमन से अति वृष्टि के योग बनते हैं। ऐसी मान्यता है कि इससे सूबे में आगामी साल खूब बारिश होगी। वहीं श्रद्धालु माता से क्षमा प्रार्थना कर कोरोना महामारी से मुक्ति का वरदान मांगेंगे और कलश के नीचे डालें गए जौ को काट कर जंयती धारण की जाएगी। जयंती धारण से मानसिक शांति, आरोग्यता, सुख-समृद्धि, पारिवारिक उन्नति का आशीर्वाद मिलता है।

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