September 18, 2025

राजस्थान से पैदल चलकर पटना के फुलवारी पहुंच गये चार मजदूर, पुलिस ने दिया खाना-पानी

सड़क किनारे टेंट और झोपड़ियो में रहने वाले घुमंतू परिवारों को बांटे गये मास्क और खाना
फुलवारी शरीफ। देशव्यापी लॉकडाउन को देखते हुए राज्य पुलिस मुख्यालय की पहल पर बिहार पुलिस अब सड़कों पर दूर से पैदल चलकर आ रहे लोगों और सड़क किनारे घुमंतू रहने वालों के बीच मास्क, खाना और पानी के पैकेट्स वितरित कर अपनी छवि सुधारने के काम में भी जुट गयी है। कोरोना के बढ़ते खतरे से बिहार के लोगों को बचाने के लिए लॉक डाउन का पालन कराने में डंडे का इस्तेमाल करने वाली पुलिस अब डीजीपी के फरमान के बाद लोगों की सेवा में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही है। शनिवार को फुलवारी शरीफ थाना के एसएचओ रफिकुर रहमान ने सड़क किनारे झोपड़ियों में रहने वाले वैसे परिवारों के बीच खाना-पानी के पैकेट्स, मास्क आदि का वितरण किया जो घूम-घूम कर इलाके में सामानों को बेचकर अपनी आजीविका चलाते थे। लॉक डाउन में ऐसे घुमंतू परिवारों के सामने रोजी रोटी के लाले पड़ गये हैं, उन्हें पुलिस की मदद से फौरी राहत पहुंचाई जा रही है।


इसी दौरान चार मजदूर युवक पैदल ही हाईवे पर आते हुए मिले, जिनसे पूछताछ में पता चला की ये लोग रक्सौल के रहने वाले हैं और राजस्थान के फैक्टरियों में काम करते थे। लॉक डाउन के बाद ये लोग वहां से पैदल ही बिहार के लिए चल पड़े। फुलवारी शरीफ पहुंचने पर पुलिस ने खाना-पानी और मास्क दिया तो इनके चेहरे खिल उठे। कई दिनों से भूखे-प्यासे पैदल चलकर पटना पहुंचे इन चार मजदूरों ने पुलिस की इस नेक कार्य की सराहना करते हुए कहा कि हम भी बिहारी हैं लेकिन अपने बिहार की सीमा में आने के बाद भी लोग कहीं बैठने-खाने के लिए नहीं पूछ रहे थे। फुलवारी शरीफ शहीद भगत सिंह चौक से पटना हाई स्कूल आइसोलेशन कराये जाने के दौरान पत्रकारों की नजर जब इन मजदूरों पर पड़ी तो बताया कि राजस्थान से चले आ रहे हैं। वहीं धूप और धुल से मुरझाए चेहरे देख पत्रकारों ने जब खाने के बारे में पूछा तो कहा कि अभी पुलिस ने खाना और पीना दिया है। खुशी के चंद पलों को साझा करने के बाद पत्रकारों ने मजदूरों को पटना हाई स्कूल जाने के रास्ते बताये और आइसोलेशन कराने पर जोर दिया।

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