मस्जिद में छिपकर रह रहे दूसरे प्रांतों के दस लोगों की कराई जांच, शाहीनबाग आंदोलन से हैं जुड़े

मसौढी। पटना के मसौढी थाना पुलिस ने गुप्त सूचना पर बुधवार को गंगाचक मलिकाना स्थित मस्जिद में छापेमारी कर वहां बीते करीब 22 दिनों से रह रहे 10 लोगों को हिरासत में लिया और उनकी मेडिकल जांच कराई। हालांकि जांच में कोई विशेष लक्षण नहीं पाया गया। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस को बुधवार को गुप्त सूचना मिली कि बीते 11 मार्च से बिहार के बाहर के कुछ लोग मस्जिद में रह रहे हैं। इधर पुलिस ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर एहतियातन मस्जिद में छापेमारी की और वहां से 10 लोगों को निकाला गया। बाद में पीएचसी द्वारा गठित मेडिकल टीम ने उनकी जांच की। जांच में उनमें से किसी में कोई खास लक्षण नहीं पाया गया। इस बाबत पीएचसी प्रभारी डॉ. रामानुजम ने बताया कि जांच में उनमें से किसी में कोई विशेष लक्षण नहीं पाया गया है और वे 14 दिनों से ज्यादा दिनों से रह रहे थे। इस कारण उन्हें होम क्वारंटाइन में नहीं रख जा सकता।
एनआरसी के खिलाफ जारी धरना को समर्थन देने आए थे दिल्ली व यूपी से
बताया जाता है कि उनमें से नौ लोग यूपी व एक दिल्ली के रहनेवाले हैं और पिछले दिनो एनआरसी के खिलाफ दिल्ली के शाहीनबाग में जारी आंदोलन से जुडे हुए हैं। वे यहां भी बीते दिनों एनआरसी के खिलाफ जारी आंदोलन को समर्थन देने आए थे। आंदोलन स्थगित होने के बाबजूद वे मस्जिद में ही पुलिस को बिना बताए रह रहे थे। सबसे हैरत की बात तो यह रही कि जब उनसे उनका मोबाइल नंबर पूछा गया तो सभी ने अपना एक ही नंबर बताया।

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