बेमौसम बारिश से 10 लाख से अधिक कच्चे ईंट गलकर हुए बर्बाद, लाखों का हुआ नुकसान

संवाद सहयोगी, मसौढ़ी। मंगलवार को हुई बेमौसम बारिश ने ईंट भठ्ठा मालिकों की कमर ही तोड़ कर रख दी है। दरअसल जनवरी से जून तक ईंट तैयार करने का सीजन चलता है। मसौढ़ी में आधा दर्जन के करीब ईंट भठ्ठे हैं। अचानक हुई इस बारिश से लाखों का नुकसान होना बताया जा रहा है। मसौढ़ी के फतेहाबाद बलियारी गांव में स्थित ईंट भट्ठा मालिक उदय शंकर कुमार की मानें तो उनके भट्ठे पर करीब दस लाख कच्चे ईंट पानी में गलकर बर्बाद हो गए। उदय शंकर बताते हैं कि पिछले दो माह में तीन बार बेमौसम बारिश हुई, जिसमें उन्हें लाखों का नुकसान उठाना पड़ गया। जबकि इसके बावजूद सरकार टैक्स में कोई छूट नहीं देती। शराबबंदी के पहले सरकारी टैक्स सालाना 75,500 रुपये था, जो अब बढ़कर 1 लाख 28 हजार हो गया है। उदय शंकर ने बताया कि उन्होंने हाल ही में सरकारी टैक्स का भुगतान किया है। अब इस बारिश के बाद फिर से ईंट बनाने की हिम्मत नहीं हो रही है। उनका मानना है कि सरकार अगर टैक्स में छूट प्रदान नहीं करती तो आने वाले सितंबर माह में 1500 ईंट की कीमत 12 हजार की जगह 20 हजार रुपये हो जाएगी। उदय शंकर ने यह भी बताया कि ईंट के उत्पादन में भारी कमी आई है और ऐसे में सारा बोझ आम लोगों पर ही पड़ेगा।

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