बाबरी विघ्वंस केस के फैसले का सुशील मोदी ने किया स्वागत तो आडवाणी ने लगाया ‘जय श्री राम’ का नारा

पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बाबरी विध्वंस मामले में लखनऊ की सीबीआई कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इस मामले का मैं चश्मदीद गवाह रहा हूं। वहां पर जो मंच बना था, उसका मैं संचालन कर रहा था। यह कोई पूर्व सुनियोजित षड्यंत्र नहीं था। वहां पर उपस्थित जो भीड़ थी, उसने आवेश में आकर पूरी घटना को अंजाम दिया। उप मुख्यमंत्री के अनुसार, मंच पर से आडवाणी जी सहित अन्य नेताओं ने रोकने का काफी प्रयास किया, मगर भीड़ उन्मादी थी और किसी को सुनने के लिए तैयार नहीं थी। पूरी घटना से आडवाणी जी सहित वहां उपस्थित तमाम नेता काफी दुखी थे। कोर्ट ने आज इस पर अपनी मुहर लगा दी है। कोर्ट का फैसला स्वीकार और स्वागतयोग्य है।
लालकृष्ण आडवाणी ने ‘जय श्री राम’ का लगाया नारा
बाबरी विध्वंस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा बुधवार को सभी 32 आरोपियों को बरी किए जाने के फैसले पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए फैसले का स्वागत किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब उन्हें अयोध्या में हो रहे राम मंदिर के निर्माण के पूरे होने का इंतजार है। विशेष अदालत के फैसले के बाद लालकृष्ण आडवाणी ने कहा, ”हम सभी के लिए यह खुशी का पल है, अदालत के आदेश के बाद हमने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाया। यह फैसला राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रति मेरे व्यक्तिगत और बीजेपी के विश्वास तथा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।” आडवाणी ने कहा कि लाखों देशवासियों के साथ, वे भी अब अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं।
बता दें 28 साल पुराने बाबरी विध्वंस केस में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने बुधवार को अंतिम फैसला सुनाते हुए सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया। सीबीआई कोर्ट के जज सुरेंद्र कुमार यादव ने 2300 पन्नों में इस ऐतिहासिक केस का फैसला लिखा। कोर्ट ने कहा कि बाबरी मस्जिद को साजिश के तहत नहीं गिराया गया था। यह अचानक हुई घटना थी। 06 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद को गिरा दिया गया था। इस घटना में 49 आरोपी थे। हालांकि 28 साल तक चली सुनवाई के दौरान 17 आरोपियों की मौत हो गई। बाकी बचे 32 आरोपियों को कोर्ट ने बरी कर दिया।

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