फतुहा : आखिरकार तूल पर प्रशासन की टूटी नींद, घाटों का किया निरीक्षण, आनन-फानन में दिया निर्देश

फतुहा। बुधवार को नहाय खाय के विधान के साथ चार दिवसीय अनुष्ठान छठ महापर्व शुरू हो गया। सैकड़ों श्रद्धालु व छठ व्रती बदहाल घाटों पर पहुंचकर गंगा स्नान किये तथा भगवान भाष्कर की आराधना की। जर्जर व खतरनाक घाटों पर छठ व्रतियों के स्नान करने व पूजा-अर्चना करने की फोटो व विडियो स्थानीय सोशल मीडिया पर वायरल हुई और प्रतिक्रिया में लोगों ने प्रशासन की खिंचाई की, तब जाकर दोपहर बाद स्थानीय प्रशासन की नींद टूटी और आनन-फानन में नगर परिषद क्षेत्र के बदहाल घाटों के निरीक्षण करने अधिकारी घाट पर पहुंचे। बीडीओ मृत्युंजय कुमार, सीओ अनीता भारती, नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारी अजय कुमार, डीएसपी राजेश कुमार मांझी व थानाध्यक्ष मनीष कुमार सबसे पहले मस्ताना घाट पहुंचे और घाट का निरीक्षण किया। घाट की बदहाली से पूर्व नगर उपाध्यक्ष संजय गोप ने अधिकारियों को अवगत कराया। इसके बाद अधिकारियों ने संबंधित लोगों को 24 घंटे के अंदर घाट को दुरुस्त करने का निर्देश जारी किया। लेकिन जिस तरह से निर्देश जारी किए गए, उससे नहीं लगता है कि एक दिन के अंदर मस्ताना घाट की स्थिति सुधर पाएगी। यदि ऐसी स्थिति रही तो शहर के अंदर बने सीढ़ीनुमा घाटों पर अर्घ्य को लेकर भीड़ बढ़ सकती है। नगर परिषद क्षेत्र के अंदर सीढ़ीनुमा घाट कटैया घाट, त्रिवेणी घाट व रायपुरा की सीढ़ी घाट है। इसके अलावे शहर के अधिकांश घाट बदहाली के स्थिति से गुजर रहे हैं, जिन्हे अब तक स्थानीय प्रशासन के द्वारा नहीं सुधारा गया है और न ही सुधार करने के कोई निर्देश दिया है। हालांकि स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने मस्ताना घाट के बाद कटैया घाट व अन्य घाटों का भी निरीक्षण किया। इस बार स्थानीय प्रशासन की उदासीन रवैया से छठ व्रती व श्रद्धालु खासे नाराज हैं। दूसरी तरफ बुधवार को भी स्वयंसेवी संस्था के लोग घाटों की साफ-सफाई व दुरुस्त करने के कार्य में लगे रहे।

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