पटना एम्स में कोरोना से 5 की मौत, एम्स दूसरे कोविड अस्पतालों को देगा प्लाज्मा

फुलवारी शरीफ। पटना एम्स में 5 मरीजों की जान कोरोना इलाज के दौरान चली गयी है। इसके आलावा नये मरीजो में 18 लोगों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। वहीं एम्स में 22 मरीजों को कोरोना पर विजय पाने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। इसके आलावा पटना एम्स ने निर्णय लिया है कि अब कोविड के इलाज के लिए अधिकृत कोई अस्पताल को किसी कोरोना रोगी के इलाज के लिए प्लाज्मा की जरूरत होगी तो उसे एम्स उपलब्ध कराने का प्रयास करेगी। इससे अब राज्य के दूसरे कोविड अस्पतालों में भी कोरोना रोगियों के इलाज में मदद मिलेगी।
पटना एम्स में सोमवार को 5 लोगों की मौत कोरोना वायरस के इलाज के दौरान हुई है। जिनमें भोजपुर के सहार के ईकवारी निवासी 67 वर्षीय अखिलेश्वर शर्मा, मुंगेर के सिंघिया गांव निवासी 40 वर्षीय अजीत कुमार, पटना के अशोक नगर रामलखन पथ निवासी 75 वर्षीय जगदीश प्रसाद केवट, रक्सौल निवासी 86 वर्षीय गोपीराम अग्रवाल और कंकड़बाग पटना हाउसिंग कॉलोनी निवासी 76 वर्षीय उमेश चंद्र श्रीवास्तव शामिल हैं।  एम्स कोरोना नोडल आफिसर डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि इसमें से 4 मरीज सीधे आईसीयू से डिस्चार्ज हुए हैं, जो एम्स में कोरोना का बेहतर इलाज से ही संभव हुआ है। डॉ. संजीव ने बताया कि प्लाज्मा थेरेपी में दूसरे अस्पताल को मदद करने का निर्णय लिया गया है। इस संदर्भ में नालंदा मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों के अनुरोध पर शनिवार को ही एक मरीज के लिए कोनवालेसेंट प्लाज्मा दिया गया, जिसे एनएमसीएच में कोरोना के एक मरीज को चढ़ाया गया। उन्होंने कहा कि अगर कोरोना के इलाज के लिए अधिकृत कोई अस्पताल डोनर के साथ एम्स से रिक्वेस्ट करता है तो उसे भी प्लाज्मा उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी।

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