नवादा में बोले आरसीपी सिंह- सीएए देश के नागरिकों के लिए कानून नहीं, तथ्यों से जवाब देकर चुप करायें

पटना/नवादा। जदयू के नवादा विधानसभा क्षेत्र के बूथ स्तरीय अध्यक्ष व सचिव का एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित हुआ। जिसका उद्धघाटन राज्यसभा सांसद सह जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने किया। आरसीपी सिंह ने कहा कि बूथ स्तरीय समिति पार्टी को मजबूत करने का आधार है। उन्होंने कहा कि सभी विधानसभा में एक दिन का बूथ समिति को प्रशिक्षण दिया जायेगा, जिसमें पार्टी की विचारधारा, सोच, नीति और सरकार के कल्याणकारी योजना के बारे में बताया जायेगा। जिससे आप लोग जनता के बीच जाकर अच्छे से समझा पाएंगे। उन्होंने बूथ स्तरीय चुनाव प्रबंधन पर जोर देते हुए कहा कि हम बूथ जीतेंगे तो चुनाव जीतेंगे। हमारे नेता नीतीश कुमार समाज के सभी लोगों को साथ ले कर चलते है, इसलिए सभी बूथ अध्यक्षों एवं सचिव से कहा किसी भी मतदाता को छोड़ कर नहीं चलना है। पिछले चुनाव में जिस बूथ पर अनुमान से कम वोट आये थे, वहां अधिक ध्यान देने की आवश्कता है। उन्होंने ये भी कहा कि जो लोग अपना समय किसी कारणवश संगठन में नहीं दे पा रहे हैं। उनकी जगह तुरंत ही नया बूथ अध्यक्ष और सचिव बनाने का कार्य करे। सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री के बारे में विपक्षी कहते हैं, नीतीश कुमार बड़े नेता हैं पर उनकी पार्टी का संगठन मजबूत नहीं दिखता है, इस चुनौती को स्वीकार करते हुए पार्टी ने यह बूथ स्तरीय समिति बनाने का प्रयास किया और हम उनकी लगातार बैठक भी कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसा घर एवं गांव नहीं जहां मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया विकास कार्य ना पहुंचा हो। साथ ही उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने 38 लाख वृद्ध लोगों को वृद्धजन पेंशन योजना का लाभ दिया। आरसीपी सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि 19 जनवरी को मानव श्रृंखला में शामिल हो और सभी लोग एक एक पौधा जरूर लगाएं। उन्होंने सीएए के बारे में बताया कि यह देश के नागरिकों के लिए कानून नहीं है, यह तीन पड़ोसी देशों के धार्मिक रूप से प्रताड़ित अल्पसंख्यक के लिए कानून है। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति को अफवाह फैलाने न दें, उसे तथ्यों से जवाब दे कर चुप करायें। उन्होंने गंगा नदी का मुद्दा उठाते हुए बताया कि लिफ्ट एरिगेशन का तहत गया और नवादा में गंगा का पानी पहुंचाने की बात कही, इसके साथ ही गंगा में मौजूद गाद के लिए फरक्का बांध को जिम्मेवार बताया।

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