जदयू का ट्रंप फॉर्मूला : 30 सेकेंड में गांव-देहात के लोगों से जुड़ेंगे सीएम नीतीश
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू अपने हाईटेक व आनलाईन चुनाव प्रचार के जरिए सभी पार्टियों को मात देगी। जदयू सुप्रीमो व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मोदी-शाह की कौन कहे, सीधे अमेरिकी राष्टपति डोनाल्ड ट्रंप के फॉर्मूले पर मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। जदयू ने ऐसा ऐप तैयार कराया है जिसके जरिये मुख्यमंत्री 30 सेकेंड से भी कम समय में गांव-देहात के लोगों से जुड़ जाएंगे। इससे पहले ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार में इसी तरह की ही टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया था। इस ऐप में वन-वे और टू-वे दोनों तरह से जुड़ने की सुविधा होगी। यानि जब नीतीश को लोगों से संवाद करना होगा तो वे टू-वे कम्यूनिकेशन से जुड़ेंगे और लोगों से फीडबैक लेंगे। पार्टी का डेटा लीक न हो इसके लिए जदयू ने यह ऐप तैयार कराया है। यह ऐप यूजर फ्रेंडली है और इसमें किसी तरह का कोई आईडी-पासवर्ड नहीं डालना होगा। 25 लाख से ज्यादा लोगों को मोबाइल पर लिंक भेजा जाएगा। जो लोग ऐप के जरिये नहीं जुड़े पाएंगे वे जदयू और नीतीश के फेसबुक पेज, ट्विटर और यू-ट्यूब पर जाकर लाइव भाषण सुन पाएंगें।
भविष्य में ऐप पर 10 लाख से ज्यादा लोगों को जोड़ने की तैयारी
जदयू के ऐप टीम को लीड कर रहे भव प्रियरंजन ने कहा कि इसे और विस्तार करने की योजना है। भविष्य में इस ऐप पर 10 लाख से ज्यादा लोगों को जोड़ने की तैयारी चल रही है। फेसबुक और नेटफ्लिक्स लाइव के लिए जिस कंटेंट डिलिवरी नेटवर्क का इस्तेमाल करती है, इस ऐप में उसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है ताकि लाइव स्ट्रीमिंग में दिक्कत न आए। इस ऐप को यूजर फ्रेंडली बनाया गया है और इसके माध्यम से लोगों को मोबाइल पर मैसेज भेजा जाएगा जिसके जरिये लोग सीधा नेताओं से जुड़ सकते हैं। यहीं नहीं जियो के छोटे स्मार्टफोन पर भी यह ऐप खुल जाएगा और एक क्लिक करते ही 30 सेकेंड के अंदर जदयू के लाइव कार्यक्रम से जुड़ सकते हैं। ऐप पर लोग पार्टी को सुझाव दे सकते हैं जो पार्टी के एडमिन को मिलेगा। इस सुझाव के आधार पर जदयू चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करेगी।
नमो ऐप से अलग है जदयू का यह ऐप
नमो ऐप में टू-वे कम्यूनिकेशन नहीं है जबकि जदयू के इस ऐप के जरिये वन-वे और टू-वे दोनों तरह से संवाद कर सकते हैं। आसान शब्दों में कहा जाए तो नमो ऐप पर लोग नेताओं का भाषण तो सुन सकते हैं लेकिन अपनी बात नहीं रख सकते। वहीं जदयू के इस ऐप पर नेताओं को सुन भी सकते हैं और लोग अपनी बात कह भी सकते हैं। नमो ऐप पर होने वाले लाइव स्ट्रीमिंग से ज्यादा अच्छी क्वालिटी जदयू के ऐप पर दिखेगी। नमो ऐप में मैसेंजर मॉड्यूल नहीं है जबकि जदयू के एप में यह सुविधा है। मैसेंजर मॉड्यूल मतलब ऐप के जरिये लोगों तक मैसेज भेजने की सुविधा। जदयू के ऐप से लोगों को लाइव स्ट्रीमिंग का सीधा मैसेज भेजा जा सकता है जो नमो ऐप में नहीं है।