बिहार चुनाव का दूसरा चरण : थमा प्रचार का शोर, अब मोबाइल और सोशल मीडिया पर जोर

फुलवारी शरीफ (अजीत)। विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान के लिए प्रचार के अंतिम दिन शाम पांच बजे प्रचार का शोर थम गया और सभी प्रत्याशियों का जोर मोबाइल और सोशल मीडिया पर मतदाताओं को अपने पाले में रिझाने पर रहा। रविवार की शाम को प्रचार थमने के बाद प्रत्याशी अब खुलेआम मतदाताओं से समर्थन नहीं मांग सकते। वे अब उन लोगों की खोज में जुट गए हैं, जिनसे अब तक संपर्क नहीं किया जा सका। प्रत्याशी व उनके समर्थक आगामी 24 घंटे लोगों के समर्थन को जीत में बदलने वाला मानकर चल रहे हैं। ऐसे में प्रत्याशियों की आईटी सेल ने सोशल मीडिया पर समर्थन बटोरने के लिए कमर कस ली है। वॉट्सएप, फेसबुक, ट्विटर पर चुनावी प्रचार जोर पकड़ लिया है। चुनाव का शोर अब केवल सोशल मीडिया पर ही दिखाई दे रही है।
वहीं मोबाइल पर मदाताओं से वोट व सपोर्ट मांग रहे हैं। कोई किसानों के साथ न्याय व कर्जमाफी के नाम पर तो कोई राष्ट्रवाद, रोजगार, विकास और कुछ समर्थक संविधान बचाने के नाम वोटर्स को रिझाने में जुट गए हैं। लोगों के मोबाइल पर फोटो, वीडियो, आडियो रिकोर्डिंग, गाने व स्लोगनों की बाढ़ सी आ गई है। स्लोगनों के माध्यम से लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया जा रहा। आडियो व वीडियो रिकोर्डिंग में प्रत्याशी व पार्टी के विकास कार्यों की जानकारी दी जा रही है तो वहीं दूसरी पार्टी के जुमलों में न आने की हिदायत भी मिल रही है। प्रत्याशियों की आईटी सेल के पास मतदाताओं के मोबाइल नंबर का डाटा उपलब्ध है। लोगों के मोबाइल पर प्रत्याशी अपना परिचय देते हुए कीमती मत की मांग कर शहर व देश की प्रगति में योगदान की बात कह रहे हैं।

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