September 18, 2025

केंद्र व राज्य सरकार गरीबों की भूख मिटाने के लिए करे ठोस पहल : ललन कुमार

पटना। बिहार सरकार कोरोना वायरस और लॉकडाउन से प्रभावित गरीबों, मजदूरों एवं अन्य लोगों के प्रति अपनी जिम्मेवारियों को पूरा करने के प्रति उतनी संवेदनशील नहीं दिख रही है, जितनी आवश्यकता है। सरकार हवा-हवाई घोषणाओं के बजाय घोषणाओं को अमल में लाकर भूखमरी को मिटाने के लिए ठोस पहल करे। बिहार सरकार लगातार घोषणा कर रही है कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पूरी तैयारी कर ली गयी है किन्तु राज्य के अस्पतालों में डॉक्टरों व नर्सों आदि के लिए मास्क, ग्लब्स, गाउन, हैंडवॉस, सैनेटाइजर, आवश्यक दवाएं तक उपलब्ध नहीं है। उक्त बातें अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के बिहार इकाई के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने कही।
उन्होंने कहा कि टॉल फ्री हेल्पलाईन को दुरूस्त रखना आवश्यक है। हालत तो ऐसी है कि रोगी के दम तोड़ देने बाद जांच रिपोर्ट आती है। ललन ने कहा कि पीएम मोदी इस विषम परिस्थिति में बिहार को अलग से विशेष पैकेज देने का काम करें, ताकि बिहार जैसे गरीब प्रदेश को इस महामारी की लड़ाई से लड़ने में सहयोग मिल सके।
श्री ललन ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने देश में दिहाड़ी मजदूरों एवं गरीबों के प्रति संवेदना तो प्रकट की परंतु उसे इस भूखमरी की स्थिति से उबारने में केंद्र सरकार राज्यों को किस प्रकार सहयोग करने जा रही है, यह बताया नहीं जो दुर्भाग्यपूर्ण है। पीएम मोदी ने अपने वीडियो संदेश में सिर्फ 5 अप्रैल को रात्रि के 9 बजे 9 मिनट तक मोमबत्ती जलाने का पैगाम राष्टÑ को दिया। जबकि देश की गरीब जनता उनके इस संबोधन से इस आशा में लगे हुए थे कि कहीं ना कहीं पीएम मोदी उनके भूख को दूर करने के लिए कुछ उपाय करेंगे।

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