इस युवक का निवाला जानकर आप भी चौंक जाएंगे, प्रशासनिक हलकों में बना चर्चा

बक्सर। एक युवक के भोजन की मात्रा सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। यह सामान्य कद-काठी वाला युवक ऐसा-वैसा नहीं है, यह अकेले 8-10 प्लेट चावल या 30-35 रोटी के साथ दाल-सब्जी देखते-देखते चट कर जाता है। यही नहीं वे क्वारंटाइन सेंटर में कुछ दिनों पूर्व बनाए गए 83 लिटी अकेले खा गए। उक्त युवक मंझवारी के राजकीय बुनियादी विद्यालय में बने क्वारंटाइन केंद्र में रह रहे प्रवासी युवक अनूप ओझा है। जो सिमरी प्रखंड के खरहाटांड़ गांव निवासी गोपाल ओझा के पुत्र हैं। सामान्य कद-काठी के 21 साल के युवक का वजन 70 किलो है। युवक के खाने की मात्रा प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है और जब यह जानकारी अंचलाधिकारी को हुई तो वे खुद युवक से मिलने पहुंचे।
सिमरी प्रखंड के खरहाटांड़ गांव निवासी गोपाल ओझा के पुत्र अनूप एक सप्ताह पहले क्वारंटाइन केंद्र में आए हैं। लॉकडाउन से पहले वे राजस्थान के भिवाड़ी में रोजी-रोटी की तलाश में गए थे। वहां कुछ काम वे शुरू कर पाते, उससे पहले ही लॉकडाउन हो गया और उसी में वे डेढ़ महीने से ज्यादा समय तक फंसे रहे। एक सप्ताह पहले श्रमिक स्पेशल ट्रेन से वे बक्सर पहुंचे और सिमरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में परीक्षण के बाद उन्हें केंद्र में 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया गया। उक्त केंद्र में 87 प्रवासी रह रहे हैं।
केंद्र की व्यवस्था देख रहे मझवारी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि प्रमोद कुमार साह ने कहते हैं कि अनूप के लिए यहां विशेष व्यवस्था होती है। चावल में तो कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन उनके अकेले 30-35 रोटी खाने के कारण रोटी सेंकने वालों के भी पसीने छूट जाते हैं। उन्होंने बताया कि तीन-चार दिन पहले केंद्र पर लिट्टी-चोखा बना था और उस दिन वे 83 लिट्टी अकेले खा गए। अनूप के खाने की क्षमता कोई क्वारंटाइन केंद्र में आने से नहीं बढ़ी है। इनके गांव में भी इनके खाने और पचाने की क्षमता के चर्चे होते थे।

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