आंकड़ों के खेल में जदयू ने भाजपा को ऐसे पछाड़ा, बन गई विधान परिषद में बड़ी पार्टी
पटना। बिहार विधान परिषद में जदयू ने भाजपा को फिर पछाड़ दिया है। आंकड़ों के खेल में जदयू एक बार फिर विधान परिषद में बड़ी पार्टी बन गई है। जबकि दूसरे नंबर पर बीजेपी आ गई है। बीते 23 मई को जब राज्यपाल कोटे की 10 सीटें खाली हुई थीं, भाजपा 17 सदस्य और एक समर्थित निर्दलीय अशोक कुमार के सहारे परिषद में सबसे बड़ी पार्टी बन गई थी। लेकिन ठीक एक महीने के भीतर जदयू ने परिषद में अपना एक नंबर का दर्जा हासिल कर लिया।
बता दें बिहार विधान परिषद की संरचना मंगलवार को अचानक उस वक्त बदल गई जब राजद के पांच सदस्य जदयू में शामिल हो गए। शामिल होते ही इस सदन में जदयू सदस्यों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है, जबकि आठ में से पांच सदस्यों के निकल जाने से राजद सदस्यों की संख्या मात्र तीन रह गई है। समर्थित निर्दलीय सदस्य रीत लाल यादव को भी जोड़ दें तो उसकी संख्या चार है।
विधायकों के वोट से अगले माह परिषद की नौ सीटें भरी जाएंगी। इसके बाद भी जदयू का एक नंबर वाला दर्जा कायम रहेगा। तब उसकी सदस्यों की संख्या 23 पर पहुंच जाएगी। इसमें दो सीटें भाजपा को भी मिलेंगी। उसकी सदस्य संख्या 20 हो जाएगी। तीन सीट हासिल कर राजद के छह सदस्य सदन में रहेंगे। फिर भी उसे संविधानिक तौर पर विपक्ष का दर्जा नहीं मिल पाएगा। लेकिन कांग्रेस की सीटों में एक का इजाफा होगा। उसके कुल तीन सदस्य हो जाएंगे। हम औऱ लोजपा की संरचना में कोई बदलाव नहीं होगा। दोनों के पहले की तरह एक-एक सदस्य रहेंगे।