हाथरस दुष्कर्म-हत्या मामला: योगी सरकार की लाठियों में इतनी ताकत नहीं कि कांग्रेस के इरादों को तोड़ सके : मदन मोहन
पटना। उत्तर प्रदेश के हाथरस में 14 सितंबर को दलित युवती से हुए दुष्कर्म और हत्या मामले में हाथरस जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ योगी सरकार के पुलिस द्वारा किये गए दुर्व्यवहार और गिरफ्तारी पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए योगी सरकार पर हमला बोला है। मदन मोहन ने कहा कि योगी सरकार में लगातार हो रहे महिलाओं के उत्पीड़न और दुष्कर्म की घटनाओं ने उनकी कुशासन को खुलेआम कर दिया। संत समाज से आने वाले व्यक्ति होने के बावजूद योगी सरकार के कार्यशैली से यह स्पष्ट हो रहा है कि उनमें क्षमता नहीं है। उत्तर प्रदेश में दलितों और महिलाओं के साथ उत्पीड़न की घटनाएं रोजाना हो रही है। हाथरस घटना में पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के मार्च को जिस बर्बर तरीके से रोका गया और जिस प्रकार कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के साथ पुलिस के आड़ में योगी सरकार ने दमन किया, वो अक्षम्य है। कांग्रेस यूपी पुलिस की तानाशाही का विरोध करती है और कांग्रेस कार्यकर्ता ऐसे अन्याय को नहीं सहेगा। अहंकारी निरंकुश सरकार की लाठियों में इतनी ताकत नहीं है कि कांग्रेस के इरादों को तोड़ सके।
उन्होंने आगे कहा कि पीड़िता को पहले तो अस्पताल के साधारण वार्ड में भर्ती कराया जाता है, फिर पुलिस की कार्यशैली अपराधियों को संरक्षण देने वाली रहती है। पीड़िता के अस्पताल में मृत्यु के बाद बगैर परिवार के लोगों को बताएं उनके शव को जला दिया जाता है। यूपी पुलिस की कार्यशैली इस मामले में शुरू से संदिग्ध रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं का मार्च पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए था, लेकिन अपराधियों को संरक्षण देने वाली यूपी पुलिस पीड़िता को न्याय दिलाने में असफल रही और खुद जज बनकर फैसला भी सुना दी कि वहां ऐसी कोई घटना ही नहीं हुई। उन्होंने कहा कि यमुना एक्सप्रेस वे पर राहुल गांधी को रोकना और पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें गिरफ्तार करने में जितना तेजी योगी सरकार की पुलिस ने दिखाया, उतनी ही तेजी से आरोपियों को पकड़ने में लगाती तो परिणाम कुछ और होते।