भारत बंद के समर्थन में सड़क पर उतरे विधायक रीतलाल, कहा- केंद्र की तानाशाही नहीं चलने देंगें
विधायक रीतलाल राय के नेतृत्व में सैकड़ों राजद कार्यकर्ता सड़क पर उतरे, रेल ट्रैक पर परिचालन बाधित करने का प्रयास
फुलवारी/खगौल (अजीत)। तानाशाही नहीं चलेगी, कृषि का काला कानून वापस लो आदि नारों के साथ दानापुर के राजद विधायक रीतलाल राय के नेतृत्व में सैकड़ों राजद कार्यकर्ताओं ने किसानों द्वारा आहूत भारत बंद के समर्थन में सड़क पर उतरे। विपक्षी दलों के सैंकड़ों कार्यकर्ता रेल ट्रैक पर खड़े होकर परिचालन बाधित कर दिया और किसानों के समर्थन में नारेबाजी की, जिन्हें आरपीएफ और जीआरपी जवानों ने बड़ी मशक्कत से रेल ट्रैक से हटाया।
विधायक के साथ राजद के जिला महासचिव सह अध्यक्ष, पटना जिला कला, संस्कृति प्रकोष्ठ नवाब आलम अधिवक्ता, पूर्व मुखिया एवं राजद नेता उदय शंकर यादव, कांग्रेस नेता गौतम भारती, ईश्वरी चंद्रवंशी, रविन्द्र राय, मिथिलेश राय, पप्पू यादव, विजय कुमार, बेंगा गोप, अविनाश कुमार पिंटो, आमिर अली सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। विधायक ने राजद कार्यकर्ताओं के साथ-साथ सगुना मोड़, दानापुर, दानापुर स्टेशन गोलंबर, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर पहुंच कर किसानों पर केंद्र सरकार द्वारा जबरन थोपे गए तीन कृषि कानून को निरस्त करने के लिए भारत बंद का समर्थन करने की शांतिपूर्वक अपील की। इस दौरान विधायक रीतलाल राय ने कहा कि भारत सरकार को किसानों की बात सुननी ही होगी, किसानों की मांग मानते हुए काले कानून को रद करना ही पड़ेगा।
वहीं नवाब आलम ने कहा कि केंद्र सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है। पूंजीपतियों के हित में किसानों के उपर काले कानून को जबरन थोप रही है। केंद्र और बिहार सरकार गरीब, मजदूर और किसान विरोधी है। देश के मजदूर किसान जाग उठे हैं, निरंकुश सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। इस बंद को आमजन, छोटे-बड़े कारोबारी का भी समर्थन मिला। यह महज एक दिन का बंद नहीं है बल्कि एक बड़े बदलाव के आंदोलन का आगाज है।