आरा में युवक की गोली मारकर हत्या, अपराधियों ने की अंधाधुंध फायरिंग, इंजीनियर और बच्चा जख्मी
प्रतीकात्मक तस्वीर
आरा। भोजपुर जिले के पवना थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह घटी घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी। बुधवार सुबह बेलाउर बंगला के पास हुई इस वारदात में बाइक सवार अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर एक व्यक्ति की हत्या कर दी, जबकि दो अन्य लोग इस हमले में घायल हो गए। मृतक की पहचान पवार गांव निवासी धर्मेंद्र कुमार के रूप में हुई है, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हमले ने भोजपुर जिले में बढ़ते अपराध और गिरती कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर से गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मुंबई लौट रहे थे इंजीनियर
घटना के वक्त धर्मेंद्र कुमार अपने मित्र इंजीनियर राज कुमार और उनके सात वर्षीय बेटे ऋषभ को आरा रेलवे स्टेशन छोड़ने जा रहे थे। राज कुमार मुंबई में कार्यरत हैं और बुधवार को पाटलिपुत्र सुपरफास्ट एक्सप्रेस से वापस लौट रहे थे। उनके टिकट आरक्षित थे और धर्मेंद्र कुमार उन्हें और उनके बेटे को स्टेशन तक छोड़ने निकले थे।
घात लगाए बैठे थे अपराधी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बेलाउर बंगला के समीप पहले से घात लगाए बैठे तीन बदमाशों ने जैसे ही उन्हें आते देखा, उन पर गोलियां बरसा दीं। बदमाशों ने करीब 10 से 12 राउंड फायरिंग की, जिसमें धर्मेंद्र कुमार को चार से पांच गोलियां लगीं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इंजीनियर राज कुमार भी गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले में उनका बेटा ऋषभ चमत्कारिक रूप से बाल-बाल बच गया।
घटना के बाद मचा हड़कंप
गोलियों की आवाज सुनकर क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। लोग घटनास्थल की ओर दौड़े तो देखा कि धर्मेंद्र कुमार का शव सड़क पर पड़ा है। आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और हंगामा शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। सूचना पाकर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।
इंजीनियर का बयान
घायल इंजीनियर राज कुमार ने बताया कि जैसे ही उन पर फायरिंग शुरू हुई, उन्होंने अपने बेटे को लेकर करीब 100 मीटर तक भागकर जान बचाई। राज कुमार ने घटना के पीछे पुरानी रंजिश को ही जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों से उनका पुराना जमीन विवाद चल रहा था, जिसकी वजह से यह हमला किया गया।
जमीन विवाद से जुड़ा मामला
पुलिस अधीक्षक राज ने मीडिया को बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला पुरानी जमीन रंजिश से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष 2 अप्रैल को उदवंतनगर थाना क्षेत्र के रघुनीपुर गांव में भी पिता-पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस को शक है कि उसी घटना के प्रतिशोध में यह हमला किया गया है।
पुलिस की कार्रवाई तेज
पुलिस ने कुछ आरोपियों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित कर दी गई है। एसपी ने कहा कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। घटना के बाद इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने भोजपुर जिले में बढ़ते अपराध को लेकर आम जनता की चिंता और प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लगातार हो रही ऐसी वारदातों ने लोगों में दहशत का माहौल बना दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर पुलिस ने समय रहते पुराने विवादों को गंभीरता से लिया होता तो शायद इस हत्या को रोका जा सकता था।
आक्रोशित लोग कर रहे हैं न्याय की मांग
फिलहाल मृतक के परिवार ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। पुलिस प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और भरोसा दिलाया है कि दोषियों को जल्द ही कानून के शिकंजे में लाया जाएगा। यह घटना एक बार फिर से दर्शाती है कि अपराध पर लगाम कसने के लिए प्रशासन को सतर्क रहना होगा और पुराने विवादों को समय रहते सुलझाना होगा ताकि इस तरह के जघन्य अपराधों को रोका जा सके।


