PATNA : सरकार में आई लोजपा (रामविलास) तो प्रदेशवासियों को देगी बिजली, पानी, शिक्षा एवं चिकित्सा देंगे मुफ्त – चिराग पासवान

  • पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट को लोजपा (रामविलास) के कार्यकर्ता जन-जन तक पहुंचायेंगे : चिराग पासवान

पटना। लोजपा (रामविलास) के 3 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन अंर्तराष्ट्रीय कन्वेंशन हॉल राजगीर में आरंभ हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय चिराग पासवान जी ने राष्ट्र कवि दिनकर की जयंती के मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर किये। कार्यक्रम में पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट का लोकार्पण करते हुए चिराग ने कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी के संकल्प-पत्र बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट को प्रदेश के कोने-कोने और जन-जन तक पहुंचाना होगा। क्योंकि प्रदेश के विकास के लिए पार्टी का विजन डॉक्यूमेंट बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट ही प्रदेश के विकास का एक मात्र विकल्प है जिसमें प्रदेश के सभी क्षेत्रों का विकास निहित है। वही चिराग ने कहा कि प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि विगत 17 वर्षों से प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश के सबसे फिसड्डी और अविकसित राज्यों की श्रेणी में बिहार को लाकर खड़ा कर दिया है। राज्य सरकार को बिहार की जनता द्वारा चुकाए गये टैक्स के माध्यम से जो राजस्व सरकार के पास संग्रहित होता है। उसके बदले उन्हें राज्य सरकार सुविधा आखिर क्यों नही देती जो समझ से परे है। जबकि टैक्स के बदले प्रदेश की सरकार द्वारा उन्हें मुफ्त बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था मुहैया होनी चाहिए।

वहीं जनता के पैसों का तमाम सरकारी विभागों में बदर बांट किया जाता है। पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट में जनता के मुलभूत सुविधाओं का सामेकित रोड़ मैप निहित है अगर लोजपा रामविलास को बिहार की जनता मौका देती है, तो हमारी सरकार सभी बिहारवासियों को मूलभूत सुविधाएं जैसे बिजली, पानी, बेहतर शिक्षा, आधुनिक चिकित्सा को मुफ्त में देगी। वही चिराग ने आगे कहा कि बिहार भगवान बुद्ध, महावीर और गुरू गोविन्द सिंह जैसे विभूतियों की धरती है। उनसे जुड़े पर्यटन स्थलों के विकास करने में राज्य सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। प्रदेश में पर्यटन और उधोग जैसे क्षेत्रों में तमाम संभावनाओं के बावजूद सरकार के उदासीनता के कारण पर्यटन के क्षेत्र में विकास अवरूद्ध है। दूसरे प्रदेशों की तरह पर्यटन के लिए देशभर के सैलानी बिहार नही आते क्योंकि पर्यटन का विकास को लेकर सरकार की कार्यशैली पूरी तरह विफल है। वही उन्होंने कहा की उत्तर प्रदेश में जहां रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण हो सकता है तो आखिर माता सीता का भव्य मंदिर के निर्माण क्यों नही। वही चिराग ने प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि आज प्रदेश में चिकित्सा और शिक्षा पूरी तरह ध्वस्त है। अस्पतालों की हालत पूरी जर्जर स्थित में है। शिक्षा और शिक्षकों की हालत इस तरह बदतर हो गई है कि अपनी मांगो को लेकर जब प्रदेश के युवा बेरोजगार सड़कों पर आते है और अपनी मांगो को शांतिपूर्ण ढ़ंग से रखते हैं। तो उनपर पुलिस द्वारा ठंडे बरसाया जाता है जो बेहद दुखद है। शिक्षा में सुधार को लेकर पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट में आधुनिक और तकनीकि शिक्षा की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में किसानों की स्थिति बद से बदतर हो गई है। प्रदेश में मखाने और केले जैसे कई कृषि उत्पादों के प्रचुर मात्रा में उत्पादन के बावजूद उसके पैकेजिंग की व्यवस्था नही होने से कृषकों को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट में किसानों के आर्थिक स्थिति को समाहित किया गया है। जब मौजूदा सरकार में प्रदेश के मंत्री स्वयं को चोरों के सरदार कहते है तो सरकार के विभागों में भ्रष्टाचार का आलम क्या है इससे समझा जा सकता है। वही चिराग ने बिहार में प्रत्येक वर्ष बाढ़ और सुखाड़ के प्रभाव को लेकर प्रभावित क्षेत्रों के लोगो की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है।

वही उन्होंने पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट में नदियों से नदियो को जोड़कर प्रदेश में बाढ़ और सुखाड़ से निजात दिलाने की बात कहीं।  चिराग ने कहा कि इतिहास गवाह है जब कोई सरकार या राजनीतिक दल जनता से विमुख होता है तो वह सरकार जन भावनाओं से मुक्त हो जाता है यहीं कारण है कि बिहार की जनता ने मुख्यमंत्री और उनके दल को नकारते हुयें तीसरे नंबर पर लाकर खड़ा कर दिया है। नीतीश कुमार प्रदेश की जनता को अगडे-पिछडे, दलित-महादलित और जात-पात वर्ग भेद में बांटकर सत्ता की कुर्सी पर काबिज है उन्हें बिहार की विकास से कोई सरोकार नहीं जबकि लोजपा रामविलास की विजन में पार्टी ने श्लोगन दिया है। जात ना पात, करें सबकी बात। लोजपा रामविलास जाति-पात के बंधन से मुक्त होकर तमाम बिहारवासियों के चहुंमुखी विकास को लेकर कृत संकल्पित है। देश की आजादी के 75 वर्ष पश्चात अमृत महोत्सव के अवसर पर एक ओर जहां अन्य प्रदेश विकास की राह पर अग्रसर है वहीं नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार पिछड़ा और बिमारू राज्य बनकर रह गया है। बिहार के छात्र, मजूदर और अन्य तकनीकी विशेषज्ञों कों अपने जीवन-यापन के लिए प्रदेश से पलायन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। जबकि कोटा में पढ़ने वाले छात्र और अध्यापक सहित प्रबंधन में बिहारी मौजूद है बावजूद आखिर उन्हेें ऐसी व्यवस्था अपने व्यवस्था प्रदेश में क्यों नहीं ? नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार सबसे पिछले पायदान पर है। यहीं कारण है कि बिहारवासियों कोे बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट की जरूरत है। बिहार के ज्वलंत समस्याओं को लेकर कोई पार्टी आज पूरी तरह मुखर है तो वह एक मात्र पार्टी है लोजपा रामविलास।

About Post Author

You may have missed