परिवार को लेकर पटना पहुंचे तेजस्वी, कहा- हमें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा, वोटर लिस्ट पर चुनाव आयोग को घेरा

पटना। बिहार की राजनीति में इन दिनों चुनाव आयोग की वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन प्रक्रिया को लेकर घमासान मचा हुआ है। इसी बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपनी पत्नी और नवजात संतान के साथ कोलकाता से पटना पहुंचे। यह अवसर इसलिए भी खास था क्योंकि यह उनकी पत्नी राजश्री यादव का दूसरी संतान के जन्म के बाद पहला पटना दौरा था।
परिवार संग पटना पहुंचे तेजस्वी यादव
गुरुवार को तेजस्वी यादव खुद पटना एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी पत्नी राजश्री और बच्चों का स्वागत किया। उनकी पत्नी हाल ही में दूसरी बार मां बनी हैं। परिवार के इस आगमन को लेकर लालू परिवार के सदस्यों में खास उत्साह देखने को मिला। एयरपोर्ट पर मौजूद मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान तेजस्वी ने न केवल परिवारिक खुशी साझा की, बल्कि राजनीतिक मुद्दों पर भी बेबाकी से अपनी राय रखी।
वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन पर तेजस्वी का हमला
तेजस्वी यादव ने इस दौरान वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन के मुद्दे पर चुनाव आयोग और राज्य सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में जो मामला चल रहा है, उसमें विपक्ष की तरफ से मजबूती से पक्ष रखा जा रहा है और उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। उन्होंने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग स्थिति स्पष्ट क्यों नहीं कर रहा है? क्या वह जानबूझकर भ्रम की स्थिति बना रहा है?
बीजेपी के पक्ष में काम करने का आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की कार्यशैली ऐसी प्रतीत होती है जैसे वह भाजपा के इशारे पर काम कर रहा हो। उन्होंने कहा कि आयोग यदि निष्पक्ष होता तो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मुद्दे पर खुलकर जानकारी देता और जनता के सामने स्थिति स्पष्ट करता। तेजस्वी ने कहा कि जिनके पास आधार कार्ड और राशन कार्ड है, उनकी नागरिकता पर सवाल क्यों उठाया जा रहा है? क्या बिहार के गरीबों को ही टारगेट किया जा रहा है?
बिहारवासियों के पास नहीं हैं पूरे दस्तावेज
तेजस्वी ने अपने बयान में बिहार के गरीब तबके की स्थिति को सामने रखते हुए कहा कि राज्य के अधिकांश लोगों के पास सम्पूर्ण सरकारी दस्तावेज नहीं हैं। ऐसे में अगर आधार कार्ड, राशन कार्ड और पहचान पत्र को पर्याप्त प्रमाण नहीं माना जाएगा, तो बड़ी संख्या में लोग वोटिंग के अधिकार से वंचित हो सकते हैं। उन्होंने सरकार और चुनाव आयोग से यह अपील की कि आम लोगों की सहूलियत और संविधान के अधिकारों का ध्यान रखा जाए।
राबड़ी आवास में हुआ पारंपरिक स्वागत
राजनीतिक बयानों के बाद तेजस्वी यादव अपनी पत्नी और नवजात के साथ सीधे राबड़ी आवास पहुंचे, जहां पूरे लालू परिवार ने नवजात का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया। वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा-पाठ के साथ घर में खुशी का माहौल देखने को मिला। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और परिवार के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
राजनीतिक माहौल में पारिवारिक क्षण
जहां एक ओर तेजस्वी बिहार की राजनीति के केंद्र में बने हुए हैं, वहीं दूसरी ओर वे अपने पारिवारिक जीवन के महत्वपूर्ण क्षण भी जी रहे हैं। परिवार में नए सदस्य के आगमन के कारण लालू परिवार में उत्साह और उमंग का माहौल है, लेकिन इसके साथ ही तेजस्वी अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। तेजस्वी यादव का यह दौरा केवल एक पारिवारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि इसके माध्यम से उन्होंने चुनाव आयोग की कार्यशैली पर तीखा सवाल उठाया। सुप्रीम कोर्ट में लंबित वोटर लिस्ट पुनरीक्षण मामले को लेकर तेजस्वी जहां न्यायपालिका पर भरोसा जता रहे हैं, वहीं सरकार और आयोग की नीयत पर सवाल उठा रहे हैं। अब देखना यह है कि सुप्रीम कोर्ट इस विवादास्पद मामले में क्या फैसला सुनाता है और आगे चुनाव प्रक्रिया किस दिशा में बढ़ती है।
