December 4, 2025

पटना का मोस्ट वांटेड अपराधी लुधियाना से गिरफ्तार, हत्या समेत कई मामले दर्ज, 25 हजार का था इनाम

पटना। पटना पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। लंबे समय से फरार चल रहा और पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल सुबोध राय आखिरकार पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी और आर्म्स एक्ट सहित कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। पटना पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे लुधियाना से पटना ले आई है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।
अपराध की दुनिया में सक्रियता और फरारी
सुबोध राय मनेर और आसपास के इलाकों में लंबे समय से सक्रिय अपराधियों में शुमार रहा है। पुलिस के अनुसार वह कई संगीन घटनाओं में प्रत्यक्ष रूप से शामिल रहा है। मनेर थाना क्षेत्र के एक मामले में वह महीनों से फरार था। पुलिस उसका पता लगाने में जुटी थी, लेकिन वह लगातार ठिकाना बदलकर बच निकलता था। अंततः तकनीकी निगरानी और खुफिया इनपुट के आधार पर उसकी लोकेशन पंजाब में ट्रेस हुई और एक विशेष टीम ने उसे धर दबोचा।
मछुआरों से रंगदारी और फायरिंग का मामला
जून 2025 में सुबोध राय और उसके साथियों द्वारा की गई एक बड़ी वारदात ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी। आरोप है कि उन्होंने गंगा किनारे काम करने वाले मछुआरों से रंगदारी की मांग की थी। जब मछुआरों ने पैसे देने से इनकार किया, तो सुबोध और उसके गिरोह ने डर पैदा करने के उद्देश्य से फायरिंग कर दी। इस घटना के बाद दीघा थाना में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट और रंगदारी का मामला दर्ज किया गया था। स्थानीय लोगों के अनुसार सुबोध और उसका गिरोह नकटा दियारा क्षेत्र में अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए आए दिन छोटी-बड़ी आपराधिक वारदातें करते रहते थे। उनकी गतिविधियों से इलाके में भय का माहौल बना रहता था और कई लोग शाम के बाद बाहर निकलने से भी कतराते थे।
पटना पुलिस की विशेष सूची में शामिल था सुबोध
पटना पुलिस ने जिले के कुख्यात अपराधियों की एक विशेष सूची तैयार की है, जिसमें कुल 40 बदमाशों के नाम शामिल हैं। इन पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। सुबोध राय भी इस सूची में शामिल था। उसके करीबी साथी भी इस लिस्ट का हिस्सा हैं। कई सहयोगी अभी भी फरार हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सुबोध का नेटवर्क काफी फैल चुका था और वह कई आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने में अपने संपर्कों का उपयोग करता था। इसी वजह से उसे पकड़ना चुनौतीपूर्ण था। लेकिन लुधियाना में उसकी गतिविधियों पर नजर रखते हुए अंततः पुलिस ने सफलता हासिल की।
पहले भी हुई बड़ी गिरफ्तारियां
इससे पहले भी पटना पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाते हुए कई वांटेड अपराधियों को गिरफ्तार किया है। हाल ही में राजीव नगर, पीरबहोर और मसौढ़ी क्षेत्रों से तीन इनामी बदमाश पकड़े गए थे, जिन पर भी 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। इन गिरफ्तारियों से पुलिस का मनोबल बढ़ा है और लगातार अपराध पर नियंत्रण के लिए अभियान जारी है।
गिरफ्तारी का महत्व और आगे की प्रक्रिया
सुबोध राय की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी उपलब्धि मान रही है। इससे न केवल इलाके में अपराध का दबदबा कम होगा, बल्कि उसके गिरोह के बाकी सदस्यों पर भी दबाव बनेगा। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है ताकि उसके नेटवर्क, हथियारों के स्रोत और अन्य आपराधिक गतिविधियों की जानकारी मिल सके। आगे की प्रक्रिया के अनुसार सुबोध को न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा और मुकदमों की सुनवाई आगे बढ़ेगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऐसे अपराधियों की गिरफ्तारी से क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की स्थिति बेहतर होगी। लुधियाना से सुबोध राय की गिरफ्तारी पटना पुलिस की सक्रियता और रणनीतिक कार्यवाही को दर्शाती है। अपराधियों पर लगातार कार्रवाई और कड़ी निगरानी से यह स्पष्ट संदेश गया है कि कानून से बचना आसान नहीं है। सुबोध जैसे अपराधियों की गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी राहत मिली है और जनता के बीच भी सुरक्षा को लेकर विश्वास बढ़ा है।

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