बिहार विधान परिषद चुनाव : मंत्री से लेकर कई MLA चाहते हैं रिश्तेदारों के लिए टिकट

पटना। बिहार विधान परिषद की 24 सीटों के लिए होने वाले चुनाव को लेकर हर राजनीतिक दल अपने-अपने स्तर से तैयारी में जुट गई है। वहीं एनडीए गठबंधन के नेता सीटों के बंटवारे को लेकर आपस में उलझ रहे हैं। वे विधान परिषद के चुनाव में अपने रिश्तेदारों को उतारना चाह रहे हैं। ऐसे में बिहार के कुछ नेता अपने भाई को तो कोई पत्नी को और बेटे को चुनाव लड़ाना चाहते हैं।
नीरज सिंह और सुमित सिंह पत्नी को लड़ाने चाहते हैं चुनाव
भाजपा के कद्दावर नेता और मंत्री नीरज सिंह बबलू की पत्नी पहले से लोजपा से एमएलसी रही हैं। इस बार भी कोसी प्रक्षेत्र से अपनी किस्मत आजमाएंगी। हालांकि पिछली बार वह लोजपा से थी लेकिन अब वह भाजपा में शामिल हो चुकी है। वहीं निर्दलीय विधायक व मंत्री सुमित कुमार सिंह भी इस बार अपनी पत्नी को उच्च सदन में भेजना चाहते हैं। उनकी पत्नी सपना सिंह जमुई बांका क्षेत्र से एमएलसी का चुनाव लड़ना चाह रही हैं। इसकी तैयारी भी शुरू हो चुकी है। सुमित सिंह चाहते हैं कि उनकी पत्नी सपना सिंह को जदयू अपने सिंबल पर चुनाव में उतारे।
ये भी चाहते हैं रिश्तेदारों के लिए सीट
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में तीन ऐसे लोग थे जिन्होंने एमएलसी की सीट छोड़कर चुनाव लड़ा था। अब वह तीनों विधायक चाहते हैं कि उनके रिश्तेदार उनकी छोड़ी गई एमएलसी सीट पर चुनाव लड़े। इसमें राजद विधायक रीतलाल यादव अपनी पत्नी या फिर अपने भाई को राजद के सिंबल पर पटना प्रक्षेत्र से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। वहीं नवादा से मनोज कुमार यादव अपने रिश्तेदार को चुनाव लड़ना चाहते हैं। दिलीप राय राजद से एमएलसी थे। लेकिन जदयू में शामिल होकर वह विधायक बने हैं। अब वह चाहते हैं कि सीतामढ़ी का एमएलसी सीट उनके रिश्तेदार को मिल जाए। वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता और सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह अपने बेटे आकाश सिंह के लिए कांग्रेस का टिकट चाहते हैं। वे पश्चिमी चंपारण से एमएलसी का चुनाव अपने बेटे को लड़ाना चाहते हैं। हालांकि यह पहले से ही कांग्रेस की सिटिंग सीट है।

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