October 29, 2025

विशेषज्ञों ने माना पटना में वायु प्रदूषण की स्थिति है खतरनाक,लोगों से सावधानी बरतने की हिदायत

पटना। विगत सप्ताहांत के बाद पटना शहर की आबोहवा भी प्रदूषित हो गई है।एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक राजधानी की हवा में प्रदूषण की मात्रा निर्धारित मानकों से ऊपर पहुंच गई है।जिस कारण राजधानी वासियों को चिकित्सकीय विशेषज्ञों द्वारा कुछ एहतियात बरतने की हिदायत दी जा रही है।प्रदेश की राजधानी में वायु प्रदूषण की स्थिति चिन्तनीय हो गई है।पिछले दो दिनों से लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स (पीएम-2.5) 400 से अधिक है।यह एक्यूआई लोगों की सेहत के लिए नुकसानदायक है।लोग आंखों में जलन महसूस कर रहे हैं। 2-3 नवंबर को पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स ने रिकॉर्ड तोड़ा।  दो नवंबर की रात तक एक्यूआई का स्तर 428 था, जबकि 3 नवंबर की रात 8 बजे तक औसतन एक्यूआई स्तर 414 मापा गया. 25 अक्टूबर को एक्यूआई स्तर 103 था, जबकि 10 दिन बाद तीन नवंबर को 414 है। जो आम स्तर से करीब 4 गुना हो गया।

आमतौर पर एमयूआई 0 से 50 के बीच रहना अच्छा माना जाता है। 51 से 100 के बीच इसे साधारण मानक माना जा सकता है।अगर एमयूआई 101 से 200 मध्यम स्तर का 201 से 300 खराब, 301 से 400 तक बेहद खराब और 400 के ऊपर खतरनाक माना जाता है।

दीपावली के बाद से शहर में वायु प्रदूषण की स्थिति खतरनाक स्तर की हो गई है।पिछले साल छठ पूजा के दिन 13 नंवबर को एक्यूआई स्तर 381 था, जबकि 2 नवंबर 2019 को एक्यूआई स्तर 428 है.इस साल के आकड़े पिछले साल से 47 प्वाइंट अधिक है।

पटना के चिकित्सकीय जानकार बताते हैं कि वायु प्रदुषण से बचना संभव नहीं है। लेकिन कुछ सावधानियां बरती जा सकती है जिसमें मुख्य रूप से घर से मास्क लगा कर निकलें, पानी का छिड़काव घर के आस पास करे ताकि धूल कण हवा में ना उड़े।खिड़की बंद रखे अगर संभव हो तो कमरे में एयर प्यूरीफायर का प्रयोग करें।

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