भोजपुर में जमीनी विवाद में हिंसक झड़प, तलवार से हमला, दोनों भाई घायल
आरा। भोजपुर जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र स्थित अहिले गांव में जमीन विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। पारिवारिक विवाद की यह घटना उस समय हुई जब एक ही गांव के पाटीदारों ने दो सगे भाइयों पर तलवार से हमला कर दिया। यह विवाद 4 से 6 कट्ठा जमीन को लेकर पहले से ही चल रहा था, लेकिन गुरुवार को यह विवाद हिंसा में तब्दील हो गया।
धान की फसल बर्बाद करने से भड़का मामला
घायल मोहम्मद कमरूद्दीन ने बताया कि वे धान की बुआई करके जब घर लौटे, तो सूचना मिली कि उनके पाटीदारों ने खेत में जाकर फसल को नुकसान पहुंचाया है। यह सुनकर वे अपने भाई मोहम्मद रियाजुद्दीन के साथ खेत पर पहुंचे और विरोध दर्ज कराया। विरोध करने पर मामला इतना बढ़ गया कि पहले लाठी-डंडों से मारपीट की गई और फिर तलवार से हमला कर दिया गया।
गंभीर रूप से घायल हुए दोनों भाई
हमले में दोनों भाइयों के हाथ-पैर और शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं। उनके शरीर में गहरे जख्म हो गए, और कई जगह टांके लगाए गए हैं। स्थानीय ग्रामीणों की तत्परता से उनकी जान बच पाई। यदि समय रहते ग्रामीण नहीं पहुंचते तो घटना और भी भयावह हो सकती थी।
स्थानीय अस्पताल में भर्ती, डॉक्टरों की निगरानी में उपचार
घायलों को तुरंत सदर अस्पताल लाया गया, जहां ऑन ड्यूटी चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार किया और उन्हें ऑब्जर्वेशन में रखा है। डॉक्टरों ने बताया कि दोनों को गंभीर चोटें आई हैं, जिनका इलाज चल रहा है। कुछ स्थानों पर टांके लगाए गए हैं, और उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
पुलिस में शिकायत, जांच में जुटा प्रशासन
पीड़ित पक्ष ने नारायणपुर थाना में इस घटना की लिखित शिकायत दी है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी हमलावरों की पहचान हो गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
ग्रामीणों के हस्तक्षेप से टली बड़ी घटना
घटना के समय गांव के कई लोग वहां इकट्ठा हो गए और उन्होंने बीच-बचाव कर हालात को नियंत्रित किया। ग्रामीणों की तत्परता से एक बड़ी घटना टल गई। हमलावर हमले के बाद मौके से फरार हो गए। फिलहाल गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है लेकिन पुलिस की मौजूदगी से स्थिति नियंत्रण में है।
जमीन विवाद की बढ़ती घटनाएं चिंताजनक
भोजपुर जिले सहित बिहार के कई इलाकों में जमीन विवाद से जुड़े हिंसक घटनाओं में इजाफा देखने को मिल रहा है। यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि भूमि विवाद कैसे दो परिवारों को रक्तपात की ओर ले जा सकता है। प्रशासन को चाहिए कि ऐसे विवादों को समय रहते सुलझाने के लिए पंचायत स्तर पर समाधान की व्यवस्था करे, ताकि लोगों को अदालत या हिंसा का सहारा न लेना पड़े। अहिले गांव की यह घटना न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए एक चेतावनी है, बल्कि समाज के लिए भी एक सीख है कि संपत्ति को लेकर बढ़ते विवाद अगर समय रहते सुलझाए न जाएं तो उसका परिणाम गंभीर हो सकता है। घायल भाइयों का इलाज जारी है और पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। उम्मीद की जा रही है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाएगा।


