एनडीए में नीतीश की वापसी को लेकर विजय सिन्हा ने दिए बड़े संकेत, कहा- जनता मालिक है, देखिए आगे क्या होता है

पटना। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि लोकसभा चुनाव 2024 के पहले बिहार की राजनीति 360 डिग्री के कोण से घूमेगी। नीतीश कुमार को लेकर भाजपा नेताओं के रुख में नरमी आई है नीतीश कुमार ने भी दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धा सुमन अर्पित कर संकेत दिए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन दिनों मंत्रियों पर शिकंजा कसा हुआ है और तमाम मंत्रियों को 9:30 बजे दफ्तर आने को कहा है। खासकर राष्ट्रीय जनता दल के कोटे के मंत्रियों को समय पर दफ्तर आने के लिए हिदायत दी गई है। जदयू के अंदर भी सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है। ललन सिंह और अशोक चौधरी के बीच तनातनी से विवाद सतह पर आ गई है। वहीं, नीतीश कुमार के धुर विरोधी और भाजपा विधान मंडल दल के नेता विजय सिन्हा से सवाल पूछा कि क्या नीतीश कुमार एनडीए में आ सकते हैं तो उन्होंने सवाल को टाल दिया और कहा कि जनता मालिक है। अब भाजपा नेता नीतीश कुमार को लेकर नो एंट्री की बात कहने से कतरा रहे हैं। हालांकि कि बीजेपी के कई नेता पहले तो नीतीश की भाजपा में वापसी को नामुमकिन बताते थे। वही महिला आरक्षण को लेकर विजय सिन्हा ने कहा कि विपक्ष ओछी राजनीति कर रहा है। अगर उन्हें विरोध करना था तो संसद के अंदर क्यों नहीं किया। भ्रष्टाचारी और परिवारवादी जनता का ध्यान भटका रहे हैं। विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार में 40 में 19 सांसद ओबीसी केटेगरी से हैं। भाजपा विधान मंडल दल के नेता विजय सिन्हा ने वन नेशन वन इलेक्शन के पक्ष में भी आवाज बुलंद किया।
