December 7, 2025

गांधी सेतु पर दो भारी वाहनों की टक्कर से भयंकर जाम, घंटों लोग फंसे

पटना। बिहार की राजधानी पटना को उत्तर बिहार से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण गांधी सेतु पर रविवार देर रात दो 18-चक्का भारी वाहनों के बीच जोरदार टक्कर हो गई। यह हादसा गांधी सेतु के पाया नंबर 20 के पास हुआ, जिससे सड़क पर भीषण जाम लग गया। इस जाम का असर पटना के धनुकी मोड़ से लेकर जीरो माइल तक महसूस किया गया, जहां यातायात पूरी तरह ठप हो गया। लोगों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ा, जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
हादसे की गंभीरता और वाहनों की स्थिति
घटना के तुरंत बाद दोनों भारी वाहन आपस में लॉक हो गए, जिसके चलते दुर्घटनास्थल से वाहनों को हटाना मुश्किल हो गया। हाजीपुर और पटना ट्रैफिक पुलिस के जवान मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन वाहनों के लॉक हो जाने की वजह से यातायात सुचारू करने में दिक्कतें आ रही हैं। पटना ट्रैफिक डीएसपी अनिल कुमार ने बताया कि इस हादसे में कोई भी घायल नहीं हुआ है, और दोनों ड्राइवर सुरक्षित हैं। हालांकि, दोनों वाहनों के फंस जाने के कारण यातायात जाम की स्थिति बरकरार है।
पुलिस की कार्रवाई और यातायात व्यवस्था
घटना की सूचना मिलते ही पटना और वैशाली जिले की पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से वाहनों को हटाने की कोशिश शुरू की। डीएसपी अनिल कुमार ने कहा कि पटना से गांधी सेतु जाने वाले लेन में पाया नंबर 20 के पास यह दुर्घटना हुई है। पुलिस की टीमें दोनों ओर, पटना और हाजीपुर, से प्रयास कर रही हैं ताकि यातायात को सामान्य बनाया जा सके। हालांकि, दोनों तरफ सड़कों पर भारी दबाव बना हुआ है, जिससे ट्रैफिक बहाल करने में समय लग रहा है।
जाम का असर और लोगों की परेशानी
गांधी सेतु पर भारी वाहनों की टक्कर और जाम के कारण रोजमर्रा के यात्रियों को काफी कठिनाई हो रही है। सेतु पर लगे जाम ने पटना से हाजीपुर जाने वाले यात्रियों को घंटों फंसे रहने पर मजबूर कर दिया। इसके अलावा धनुकी मोड़ से लेकर जीरो माइल तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं, जिससे इस क्षेत्र में भी यातायात प्रभावित हुआ। कई यात्री समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच सके, और कई यात्रियों ने वैकल्पिक मार्ग तलाशने का प्रयास किया। हालांकि, इस महत्वपूर्ण पुल के बंद हो जाने से वैकल्पिक मार्गों पर भी अतिरिक्त दबाव बढ़ गया।
हादसे के बाद स्थिति सामान्य करने की कोशिशें
हादसे के तुरंत बाद पटना और वैशाली की ट्रैफिक पुलिस ने मिलकर जाम को हटाने का प्रयास शुरू किया। क्रेन और अन्य उपकरणों की मदद से वाहनों को हटाने की कोशिशें जारी हैं। हालांकि, भारी वाहनों के आपस में लॉक हो जाने की वजह से यह काम अपेक्षाकृत धीमा हो रहा है। पुलिस का कहना है कि जब तक दोनों वाहनों को पूरी तरह से हटाया नहीं जाता, तब तक ट्रैफिक सामान्य होने में दिक्कतें बनी रहेंगी। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और गांधी सेतु से गुजरने से बचें।
गांधी सेतु का महत्व और जाम की वजहें
गांधी सेतु उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाला प्रमुख पुल है, जिससे प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं। यह पुल पटना से हाजीपुर और उत्तर बिहार के अन्य हिस्सों के बीच की कड़ी है। हाल के वर्षों में गांधी सेतु पर लगातार ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है, और अक्सर वाहनों की अधिकता और खराब मौसम के कारण यहां जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। रविवार रात हुई इस दुर्घटना ने एक बार फिर पुल की ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यातायात सामान्य होने की उम्मीद
पटना और हाजीपुर की पुलिस की टीमें संयुक्त रूप से काम कर रही हैं ताकि जल्द से जल्द वाहनों को हटाया जा सके और यातायात को फिर से सुचारू बनाया जा सके। हालांकि, फिलहाल सड़कों पर भारी दबाव बना हुआ है और वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं और जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं। गांधी सेतु पर दो भारी वाहनों के बीच हुई इस टक्कर से कई घंटों तक जाम की स्थिति बनी रही, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के बावजूद, वाहनों के लॉक हो जाने के कारण ट्रैफिक सामान्य करने में समय लग रहा है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे इस मार्ग से बचें और वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करें, जब तक कि स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाती।

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