वैश्य समाज की जान-माल और व्यापार खतरे में, संरक्षित करने की जरूरत : रामचंद्र पूर्वे

* पूर्व मंत्री राजकुमार महासेठ की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा सह रक्तदान शिविर का आयोजन
* राष्ट्रीय वैश्य महासभा के नए कार्यालय का उदघाटन


पटना। राष्ट्रीय वैश्य महासभा के नए कार्यालय का उद्घाटन एवं वैश्य रत्न पूर्व मंत्री स्व. राजकुमार महासेठ के चौथी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा के साथ रक्तदान शिविर एवं स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महासभा के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक समीर महासेठ ने किया। जबकि सभा का संचालन महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. पीके चौधरी ने किया।
इस मौके पर पूर्व मंत्री विधान पार्षद रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि आज वैश्य समाज देश और प्रदेश का सबसे बड़ा वर्ग है। इस वर्ग की जान-माल और व्यापार की रक्षा सुरक्षा खतरे में है। इसे संरक्षित करने की आवश्यकता है। वैश्य की 56 उपजातियां एकजुट हुए हैं। आज वैश्य समाज राजनैतिक ही नहीं बल्कि सामाजिक रुप से एकजुट हो रहा है।


महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिजेंद्र चौधरी ने कहा कि वैश्य समाज एक बार पुन: अपनी चट्टानी एकता को प्रदर्शित करेगा। आज राजकुमार महासेठ के चौथी पुण्यतिथि को हमलोग सामाजिक एकता दिवस के रूप में मना रहे हैं। महासभा के प्रदेश अध्यक्ष व राजकुमार महासेठ के बेटो समीर महासेठ ने कहा कि हम आज के दिन में यह प्रतिज्ञा करते हैं कि आजीवन वैश्य समाज एवं वंचित समाज के उत्थान के लिए काम करते रहेंगे ।
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. पीके चौधरी ने कहा कि आने वाले समय में जिला से लेकर पंचायत तक संगठन को मजबूत कर वैश्य समाज के सर्वांगीण विकास के लिए लगातार संर्घष की रूपरेखा तैयार करेंगे और वैश्य व्यवसायी वर्ग के उत्थान के लिए लगातार काम करना है। मंत्री और विधायक आलोक मेहता ने कहा कि राजकुमार महासेठ एक ऐसे महापुरुष थे, जिन्होंने नगर पालिका से लेकर प्रदेश के मंत्री के रुप मे सेवा किया। वे हमेशा ही कमजोर वर्ग के लोगों को मदद करने का काम करते रहे।
पूर्व विधान पार्षद आजाद गांधी ने कहा कि आज वंचित समाज को एकजुट होने की सबसे बड़ी जरूरत है। नवनिवार्चित विधान पार्षद तरुण कुमार ने कहा कि वैश्य और व्यवसायी समाज के लिए जहां कहीं भी जरूरत पड़ेगी, उनके लिए हमेशा ही तत्परता के साथ खड़े मिलेंगे।

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