बिहार में चुनाव से पहले होगी टीआरई-4 की परीक्षा, शिक्षा मंत्री ने किया ऐलान
 
                पटना। बिहार में आने वाले दिनों में शिक्षक भर्ती से जुड़ी परीक्षाओं को लेकर एक बड़ा ऐलान किया गया है। राज्य के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने स्पष्ट किया कि सरकार ने इस बार शिक्षक भर्ती परीक्षाओं की रूपरेखा पहले से ही तय कर ली है ताकि अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय मिल सके और किसी तरह की असमंजस की स्थिति न बने। मंत्री ने कहा कि टीआरई-4 (Teacher Recruitment Exam-4) विधानसभा चुनाव से पहले ही कराई जाएगी। शिक्षा विभाग इसके लिए पूरी तैयारी में जुट गया है। विभाग का उद्देश्य है कि समय रहते परीक्षा का आयोजन किया जाए और योग्य अभ्यर्थियों को अवसर मिल सके। वहीं, टीआरई-5 की परीक्षा चुनावों के बाद आयोजित की जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस संबंध में विस्तृत योजना जल्द जारी कर दी जाएगी, जिससे उम्मीदवार अपनी तैयारी को दिशा दे सकें। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने उन अभ्यर्थियों पर भी प्रतिक्रिया दी जो एसटीईटी (STET) से जुड़े मुद्दों पर आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर और संवेदनशील है। आंदोलनरत अभ्यर्थियों से बातचीत की जा चुकी है और उनकी समस्याओं को सुना गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में जल्द ही ठोस कदम उठाया जाएगा ताकि अभ्यर्थियों की समस्याओं का समाधान हो सके।राजनीतिक सवालों पर भी शिक्षा मंत्री ने अपनी राय दी। राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर नागरिक को अपनी बात रखने का अधिकार है और यात्रा करना उनका हक है। लेकिन उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस यात्रा का राज्य सरकार के कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा। मंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार देने का काम किया है। साथ ही, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष योजनाएं चलाई गई हैं और आरक्षण के प्रावधानों को मजबूती से लागू किया गया है। इसी बीच नवादा में सामने आई एक घटना को लेकर भी शिक्षा मंत्री ने प्रतिक्रिया दी। खबरों के अनुसार वहां प्रधानमंत्री के पोस्टर फाड़े गए थे। इस पर मंत्री ने कहा कि अगर घटना सच है तो कानून अपना काम करेगा। उन्होंने बताया कि पुलिस को जांच के निर्देश दे दिए गए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। मंत्री ने साफ किया कि इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। कुल मिलाकर, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार का यह बयान आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शिक्षक भर्ती के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए राहतभरी खबर है। टीआरई-4 का आयोजन चुनाव से पहले करने से लाखों अभ्यर्थियों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और चुनावी माहौल में युवाओं को एक सकारात्मक संदेश जाएगा। वहीं, सरकार आंदोलनरत अभ्यर्थियों के प्रति भी संवेदनशील दिख रही है। साथ ही, राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि लोकतांत्रिक अधिकारों का सम्मान करते हुए वह अपने विकास और रोजगार के एजेंडे पर ही आगे बढ़ेगी। यह घोषणा न केवल शिक्षा व्यवस्था को मजबूती देगी बल्कि युवाओं के बीच रोजगार की संभावनाओं को भी बढ़ाएगी। इसके साथ ही सरकार का रुख यह संदेश भी देता है कि अनुशासनहीनता या कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने वाली घटनाओं पर सख्ती बरती जाएगी।



 
                                             
                                             
                                             
                                        