पटना से भागलपुर ट्रेन से सफर करना होगा महंगा, रेलवे ने बढ़ाया किराया, नई व्यवस्था लागू
पटना। रेल से सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक अहम बदलाव सामने आया है। पटना से भागलपुर और अन्य लंबी दूरी की यात्रा करने वालों को अब पहले की तुलना में अधिक किराया चुकाना होगा। रेलवे ने 215 किलोमीटर से अधिक दूरी की यात्रा पर किराए में वृद्धि की नई व्यवस्था लागू कर दी है, जो शुक्रवार से प्रभावी हो गई है। इस फैसले का सीधा असर मेल, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों पर पड़ेगा।
नई किराया व्यवस्था क्या है
रेलवे द्वारा लागू की गई नई व्यवस्था के तहत 215 किलोमीटर से अधिक दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों से प्रति किलोमीटर एक से दो पैसे अतिरिक्त वसूले जाएंगे। यह बढ़ोतरी दूरी और कोच श्रेणी के आधार पर लागू होगी। हालांकि 215 किलोमीटर से कम दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को इस वृद्धि से राहत दी गई है। इसके अलावा मंथली सीजन टिकट धारकों को भी फिलहाल इस बढ़ोतरी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
किन ट्रेनों पर लागू होगा बढ़ा किराया
भागलपुर से चलने वाली कई प्रमुख ट्रेनों के किराए में इस नई व्यवस्था के तहत वृद्धि की गई है। इनमें विक्रमशिला एक्सप्रेस, लोकमान्य तिलक टर्मिनस जाने वाली एक्सप्रेस, भागलपुर–सूरत एक्सप्रेस, अजमेर शरीफ एक्सप्रेस, अमरनाथ एक्सप्रेस, गांधीधाम एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस, जमालपुर–हावड़ा सुपरफास्ट, फरक्का एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें शामिल हैं। इन ट्रेनों से लंबी दूरी तय करने वाले यात्रियों को अब संशोधित किराया देना होगा।
पटना जाने वालों के लिए कितना महंगा हुआ सफर
भागलपुर से पटना की दूरी 215 किलोमीटर से अधिक होने के कारण इस रूट पर भी किराया बढ़ गया है। हालांकि रेलवे ने यह स्पष्ट किया है कि सामान्य और स्लीपर श्रेणी में किराया वृद्धि बेहद मामूली रखी गई है। स्लीपर और जनरल क्लास के यात्रियों को केवल दो रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे। वहीं एसी श्रेणी में यात्रा करने वालों को लगभग साढ़े चार रुपये ज्यादा देने पड़ेंगे। इस तरह यह बढ़ोतरी यात्रियों की जेब पर बहुत भारी बोझ नहीं डालेगी, लेकिन नियमित यात्रा करने वालों को फर्क जरूर महसूस होगा।
मुजफ्फरपुर और अन्य रूट पर असर
भागलपुर से मुजफ्फरपुर जाने वाले यात्रियों के लिए भी किराया बढ़ा दिया गया है। अमरनाथ एक्सप्रेस और जनसेवा एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों से सफर करने पर अब पहले से अधिक किराया देना होगा। इसी तरह दिल्ली, सूरत, गांधीधाम और अन्य दूरस्थ गंतव्यों की यात्रा करने वाले यात्रियों को भी संशोधित किराया चुकाना पड़ेगा।
दूरी के हिसाब से बढ़ोतरी का गणित
रेलवे के नए किराया ढांचे के अनुसार यदि कोई यात्री मेल या एक्सप्रेस ट्रेन के नॉन-एसी कोच में 500 किलोमीटर की दूरी तय करता है तो उसे लगभग 10 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। वहीं एसी श्रेणियों में भी दूरी के अनुसार किराए में बढ़ोतरी लागू की गई है। हालांकि यह वृद्धि प्रतीकात्मक रूप से कम रखी गई है, ताकि यात्रियों पर अत्यधिक आर्थिक दबाव न पड़े।
किराया बढ़ोतरी का उदाहरण
रेलवे अधिकारियों के अनुसार विक्रमशिला एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में भागलपुर से पटना का किराया पहले लगभग 205 रुपये था, जो अब बढ़कर करीब 235 रुपये हो गया है। वहीं जनरल कोच में यह किराया 105 रुपये से बढ़कर लगभग 107 रुपये के आसपास हो गया है। इसी तरह भागलपुर से दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए जनरल कोच का किराया 345 रुपये से बढ़कर लगभग 357 रुपये कर दिया गया है।
दूसरी बार हुआ किराया संशोधन
यह चालू वित्त वर्ष में भारतीय रेलवे द्वारा किया गया दूसरा किराया संशोधन है। इससे पहले जुलाई 2025 में भी किराए में इसी तरह का बदलाव किया गया था। रेलवे का कहना है कि बढ़ती परिचालन लागत, रखरखाव खर्च और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के उद्देश्य से किराया संरचना में यह मामूली संशोधन जरूरी था।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
यात्रियों की प्रतिक्रिया इस फैसले पर मिली-जुली रही है। कुछ यात्रियों का कहना है कि महंगाई के दौर में किराया बढ़ोतरी से सफर महंगा होता जा रहा है। वहीं कई लोगों का मानना है कि यदि बढ़े हुए किराए के बदले रेलवे समयपालन, साफ-सफाई और सुविधाओं में सुधार करता है, तो यह बढ़ोतरी स्वीकार्य है।
डेटा में फीड होने के बाद लागू
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि 26 दिसंबर से लंबी दूरी की ट्रेनों में यह मामूली किराया वृद्धि लागू कर दी गई है और बढ़ा हुआ किराया अब टिकटिंग सिस्टम के डेटा में फीड किया जा चुका है। अब यात्री जब टिकट बुक करेंगे तो उन्हें नया किराया ही दिखेगा। पटना से भागलपुर और अन्य लंबी दूरी की रेल यात्रा अब थोड़ी महंगी हो गई है। हालांकि किराया बढ़ोतरी बहुत अधिक नहीं है, लेकिन नियमित यात्रियों और लंबी दूरी तय करने वालों पर इसका असर जरूर पड़ेगा। आने वाले समय में यात्रियों को उम्मीद है कि रेलवे इस अतिरिक्त किराए के बदले सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार करेगा, ताकि सफर अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित बन सके।


