सहरसा में सिलेंडर ब्लास्ट से दर्दनाक हादसा, युवक की मौके पर मौत, एक व्यक्ति की हालत गंभीर

सहरसा। बिहार का सहरसा जिला बुधवार को एक बड़े हादसे का गवाह बना। सदर थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 17 स्थित पासवान टोला में अवैध रूप से गैस सिलेंडर के भंडारण के कारण अचानक ब्लास्ट हो गया। इस धमाके ने पूरे इलाके को दहला दिया और देखते ही देखते एक निर्दोष युवक की जान चली गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा न केवल लोगों को गमगीन कर गया बल्कि प्रशासन और समाज के लिए भी सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर गया।
हादसे की भयावह तस्वीर
मिली जानकारी के अनुसार पासवान टोला में मोहम्मद खुर्शीद नामक व्यक्ति के घर पर लंबे समय से अवैध तरीके से गैस सिलेंडरों का भंडारण किया जा रहा था। स्थानीय लोग इस बारे में लगातार आपत्ति भी जता रहे थे, लेकिन इसके बावजूद इस कारोबार को रोका नहीं गया। मंगलवार को अचानक गैस का रिसाव हुआ और सिलेंडर में जोरदार धमाका हो गया। धमाका इतना तेज था कि आस-पास के घरों और दुकानों में भी लोग दहशत से भर उठे।
साइकिल सवार की दर्दनाक मौत
हादसे के समय 24 वर्षीय सचिन कुमार नामक युवक साइकिल से रास्ते से गुजर रहा था। सचिन सुपौल जिले का रहने वाला था और सहरसा में रहकर पढ़ाई कर रहा था। धमाके की तीव्रता से न केवल गैस का दबाव बढ़ा बल्कि आसपास रखे सामान भी हवा में उड़ गए। एक भारी दरवाजे का गेट सचिन पर आ गिरा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना इतनी अचानक हुई कि सचिन को संभलने तक का मौका नहीं मिला।
मकान मालिक की हालत गंभीर
इस हादसे में मकान मालिक मोहम्मद खुर्शीद भी गंभीर रूप से घायल हो गया। ब्लास्ट से उठी आग और गर्मी की लपटों ने उसे बुरी तरह झुलसा दिया। आनन-फानन में स्थानीय लोग और परिजन उसे नजदीकी निजी अस्पताल ले गए, जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
स्थानीय लोगों का आक्रोश और दुख
घटना के बाद मोहल्ले में अफरा-तफरी का माहौल रहा। स्थानीय निवासी अमित कुमार सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस अवैध कारोबार के बारे में कई बार मोहल्ले के लोग आवाज उठा चुके थे। उन्हें डर था कि किसी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है। लेकिन बार-बार मना करने के बावजूद यह कारोबार चलता रहा और आखिरकार आज यह दुर्घटना सामने आई। लोग सचिन की मौत से बेहद दुखी हैं और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसडीपीओ ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। अवैध तरीके से सिलेंडर रखने और सप्लाई करने के आरोप गंभीर हैं और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया कि इलाके की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
अवैध गैस कारोबार पर सवाल
यह हादसा अवैध गैस कारोबार की काली हकीकत को उजागर करता है। ग्रामीण और शहरी इलाकों में अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग मुनाफे के लालच में घरों में ही सिलेंडर का भंडारण करने लगते हैं। यह न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि लोगों की जान के लिए भी बड़ा खतरा है। गैस सिलेंडर एक अत्यधिक ज्वलनशील वस्तु है और इसके थोड़े से रिसाव से भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसके बावजूद कई जगह ऐसे कारोबार बिना रोक-टोक के चलते रहते हैं।
सुरक्षा को लेकर बढ़ी चिंता
सहरसा की यह घटना लोगों के बीच भय और चिंता का माहौल पैदा कर गई है। लोग अब सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो सकती है। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी इलाके में अवैध रूप से गैस का कारोबार न हो। साथ ही, स्थानीय स्तर पर भी लोगों को जागरूक करना होगा ताकि वे समय रहते प्रशासन को जानकारी दें और किसी भी तरह के हादसे को रोका जा सके।सहरसा का यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं बल्कि एक चेतावनी है। यह हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि अवैध कारोबार और लापरवाही की कीमत कितनी बड़ी हो सकती है। एक पढ़ाई करने वाला युवक सचिन कुमार, जिसने शायद सपनों से भरा भविष्य देखा होगा, कुछ ही पलों में इस दुनिया से चला गया। वहीं एक परिवार अपने बेटे को खोकर हमेशा के लिए गमगीन हो गया। प्रशासन और समाज दोनों की जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाओं से सबक लिया जाए और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। यदि समय रहते सख्ती दिखाई जाती, तो शायद सचिन आज जिंदा होता।
