पटना में डिवाइडर से टकराकर ट्रैक्टर पलटा, खलासी की मौत, ड्राइवर फरार
पटना। जिले के नदी थाना क्षेत्र अंतर्गत आलमपुर गांव स्थित पानी टंकी के पास सोमवार की रात एक गंभीर सड़क हादसा हो गया, जिसमें एक खलासी की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब एक ईंटों से लदा ट्रैक्टर तेज रफ्तार में चल रहा था और अनियंत्रित होकर सड़क के डिवाइडर से टकरा गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रैक्टर पलट गया और उस पर सवार ड्राइवर और खलासी सड़क पर गिर गए।
खलासी की दर्दनाक मौत
ट्रैक्टर के पलटने से उसमें लदा भारी डाला सीधे खलासी के ऊपर आ गिरा, जिससे वह बुरी तरह कुचल गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह दृश्य इतना भयावह था कि आसपास मौजूद लोग भी दहल उठे। हादसे के बाद वहां भारी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई और कुछ समय के लिए हाईवे पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई।
ड्राइवर की फरारी और पुलिस की कार्रवाई
हादसे के तुरंत बाद ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया। उसने मौके की नजाकत को देखते हुए भाग निकलने में कामयाबी पा ली। सूचना मिलते ही नदी थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने ट्रैक्टर के नंबर के आधार पर उसके मालिक का पता लगाया, जो धर्मेंद्र कुमार, पिता हरिलाल राय, निवासी बजरंगदल गली, कटरा बाजार, पटना सिटी बताए गए हैं।
शव की पहचान और कानूनी प्रक्रिया
पुलिस ने मृत खलासी के शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार किया और पोस्टमॉर्टम के लिए एनएमसीएच (नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल) भेज दिया है। थाना अध्यक्ष राजू कुमार ने बताया कि मृतक की अब तक पहचान नहीं हो पाई है और पुलिस उसकी पहचान करने की कोशिश में जुटी हुई है। साथ ही, ड्राइवर की तलाश भी जारी है।
ट्रैक्टर जब्त और ट्रैफिक व्यवस्था बहाल
पुलिस ने मौके से पलटे हुए ट्रैक्टर को जब्त कर लिया है। घटना के कारण जो यातायात बाधित हुआ था, उसे सामान्य करने में पुलिस ने तत्परता दिखाई और कुछ ही समय में ट्रैफिक व्यवस्था को दोबारा सुचारु कर दिया गया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने भी पुलिस को सहयोग प्रदान किया।
स्थानीय लोगों में रोष और डर का माहौल
घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी रोष देखा गया। उनका कहना है कि इस क्षेत्र में भारी वाहनों की तेज रफ्तार की वजह से अक्सर हादसे होते रहते हैं, लेकिन प्रशासनिक निगरानी की कमी के कारण कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते। लोगों ने मांग की है कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त ट्रैफिक नियमों का पालन कराया जाए और रात में भारी वाहनों की आवाजाही पर नियंत्रण हो। यह हादसा एक बार फिर से यह सोचने को मजबूर करता है कि सड़क पर तेज रफ्तार और लापरवाही कितनी जानलेवा हो सकती है। एक मजदूर, जो रोजी-रोटी की तलाश में अपने काम पर निकला था, उसकी जान लापरवाही की भेंट चढ़ गई। अब जिम्मेदारी प्रशासन और पुलिस की है कि वह फरार चालक को जल्द पकड़कर न्याय सुनिश्चित करें और पीड़ित के परिवार को सहायता प्रदान करें। साथ ही, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त नियमों का पालन हो, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।


