पटना जू में नए साल में फिर से शुरू होगी ट्वॉय ट्रेन की सेवा, 5.81 करोड़ का बजट मंजूर
पटना। राजधानी के पटना जू घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए नए साल में एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। लंबे समय से बंद पड़ी ट्वॉय ट्रेन सेवा को फिर से शुरू करने की दिशा में सरकार ने ठोस कदम उठा लिया है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने इस परियोजना के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे के विकास हेतु 5 करोड़ 81 लाख 73 हजार 738 रुपये के बजट को मंजूरी दी है। इससे यह संकेत मिल गया है कि पटना जू में ट्वॉय ट्रेन की वापसी अब ज्यादा दूर नहीं है।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद तेज हुई प्रक्रिया
हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना जू का भ्रमण किया था। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को ट्वॉय ट्रेन सेवा जल्द शुरू करने का स्पष्ट निर्देश दिया। मुख्यमंत्री के निर्देश के अगले ही दिन विभागीय स्तर पर बैठक आयोजित की गई, जिसमें वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. प्रमोद कुमार ने इस योजना को आगे बढ़ाने की सहमति दी। इसके बाद प्रस्ताव को औपचारिक रूप से कैबिनेट की अंतिम स्वीकृति के लिए भेज दिया गया है। इससे यह साफ हो गया है कि राज्य सरकार इस परियोजना को लेकर गंभीर है और इसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा करना चाहती है।
पहले भी मिल चुकी है योजना को मंजूरी
ट्वॉय ट्रेन परियोजना को लेकर यह पहली बार नहीं है जब सरकार ने कदम उठाया हो। इससे पहले 6 अगस्त 2024 को राज्य कैबिनेट ने इस परियोजना के लिए कुल 988.6 लाख रुपये की योजना को मंजूरी दी थी। इसके बाद 21 दिसंबर 2024 को पटना जू और दानापुर रेल मंडल के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए थे। इस समझौते के तहत तकनीकी सहयोग और ट्रेन संचालन से जुड़ी जिम्मेदारियां तय की गई थीं।
अतिरिक्त ढांचे के लिए मांगा गया नया बजट
ट्वॉय ट्रेन के संचालन को सुरक्षित और सुचारू बनाने के लिए दानापुर रेल मंडल ने कुछ अतिरिक्त कार्यों की आवश्यकता जताई थी। इसमें ब्रिज निर्माण, रिटेनिंग वॉल और बेहतर ड्रेनेज सिस्टम जैसे जरूरी ढांचे शामिल हैं। इन्हीं अतिरिक्त कार्यों के लिए 5.81 करोड़ रुपये का नया प्रस्ताव तैयार किया गया, जिसे अब विभागीय मंजूरी मिल चुकी है। इन ढांचागत सुधारों से न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि ट्रेन का संचालन भी लंबे समय तक निर्बाध रूप से हो सकेगा।
ट्रैक और तकनीक की विशेषताएं
नई ट्वॉय ट्रेन का ट्रैक लगभग 3.7 किलोमीटर लंबा होगा, जो पूरे जू परिसर में फैला रहेगा। यह ट्रेन बैटरी आधारित इंजन से संचालित होगी, जिससे यह पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल होगी। प्रदूषण रहित इस ट्रेन से जू के प्राकृतिक वातावरण को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचेगा। साथ ही यह आधुनिक तकनीक से लैस होगी, जिससे शोर भी कम होगा और पर्यटक आरामदायक सफर का अनुभव कर सकेंगे।
कोच और बैठने की व्यवस्था
ट्वॉय ट्रेन में कुल चार कोच होंगे। प्रत्येक कोच में 20 से 30 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। इस तरह एक बार में बड़ी संख्या में पर्यटक ट्रेन से जू का भ्रमण कर सकेंगे। खासकर भीड़ वाले दिनों में यह सुविधा काफी उपयोगी साबित होगी, क्योंकि इससे पैदल घूमने की परेशानी कम होगी और लोगों को आरामदायक विकल्प मिलेगा।
जू भ्रमण का नया अनुभव
ट्वॉय ट्रेन की यात्रा जू के पूर्वनिर्मित स्टेशन से शुरू होगी। यह ट्रेन विभिन्न वन्यजीव इंक्लोजर के बीच से होकर गुजरेगी, जिससे पर्यटकों को बिना थके पूरे जू का आनंद लेने का मौका मिलेगा। रास्ते में गैंडा हॉल्ट, जंगल ट्रेल और मछलीघर हॉल्ट जैसे प्रमुख पड़ाव होंगे। इन हॉल्ट्स पर उतरकर पर्यटक संबंधित आकर्षणों को करीब से देख सकेंगे और फिर अगली ट्रेन से आगे की यात्रा कर सकेंगे।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष लाभ
पटना जू में आने वाले पर्यटकों में बच्चों और बुजुर्गों की संख्या काफी होती है। उनके लिए पैदल लंबी दूरी तय करना कई बार मुश्किल हो जाता है। ट्वॉय ट्रेन सेवा शुरू होने से इन वर्गों को खास राहत मिलेगी। बच्चे इसे एक रोमांचक सवारी के रूप में देखेंगे, वहीं बुजुर्गों के लिए यह जू घूमने का एक आरामदायक माध्यम बनेगा।
पर्यटन को मिलेगा नया प्रोत्साहन
ट्वॉय ट्रेन की वापसी से पटना जू के पर्यटन को नया प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है। यह सुविधा जू की पहचान को एक नए आकर्षण के रूप में मजबूत करेगी। राज्य के बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह एक खास अनुभव होगा, जिससे पटना जू की लोकप्रियता बढ़ेगी। इसके साथ ही भीड़ प्रबंधन में भी मदद मिलेगी और जू परिसर में अव्यवस्था कम होगी।
अंतिम मंजूरी का इंतजार
फिलहाल इस परियोजना को कैबिनेट की अंतिम मंजूरी मिलना बाकी है। एक बार यह मंजूरी मिलते ही निर्माण और अन्य तकनीकी कार्यों की प्रक्रिया तेज हो जाएगी। इसके बाद पटना जू में ट्वॉय ट्रेन के फिर से दौड़ने का रास्ता पूरी तरह साफ हो जाएगा। पटना जू में ट्वॉय ट्रेन सेवा की वापसी नए साल में पर्यटकों के लिए एक यादगार तोहफा साबित हो सकती है। आधुनिक तकनीक, पर्यावरण के अनुकूल संचालन और बेहतर सुविधाओं के साथ यह परियोजना न केवल जू भ्रमण को आसान बनाएगी, बल्कि बिहार के पर्यटन मानचित्र पर पटना जू की स्थिति को भी और मजबूत करेगी। अब सभी की निगाहें कैबिनेट की अंतिम स्वीकृति पर टिकी हैं, जिसके बाद यह सपना हकीकत में बदलता नजर आएगा।


