पटना के टॉप बिजनेसमैन रंजीत सिंह खनूजा ने किया सुसाइड, डिप्रेशन में होने की आशंका, व्यापारी वर्ग दंग
पटना। राजधानी पटना में होटल से लेकर अन्य कारोबार में अपनी अलग पहचान बनाने वाले बिजनेसमैन रंजीत सिंह खनूजा का शव रविवार को पत्रकार नगर थाना क्षेत्र में श्री साईं अपार्टमेंट में फंदे से लटका मिला। पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुटी है। लेकिन, अभी तह तक नहीं पहुंच पाई है। अब तक की पड़ताल में पुलिस डिप्रेशन के कारण सुसाइड की बात कह रही है। इधर, रंजीत सिंह खनूजा की मौत से व्यापारी भी दंग हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, पटना के टॉप बिजनेसमैन की सूची में शामिल रंजीत सिंह खनूजा का घर गोविंद मित्रा रोड में है। उनका एक फ़्लैट पत्रकार नगर थाना क्षेत्र में भी है। श्री साईं अपार्टमेंट में वह अपने फ्लैट में हर दिन दो-तीन घंटे के लिए जाते थे। बताया जा रहा है वह सुबह अपने घर गोविंद मित्र रोड से निकले थे। दिन में अपने अन्य संस्थानों पर जाने के बाद वह फ्लैट पर गए। 3 घंटे बाद जब दरवाजा नहीं खुला तो रंजीत के ड्राइवर मोहित ने इसकी सूचना उनकी पत्नी को दी। उनकी पत्नी ने ड्राइवर को दरवाजा तोड़ने के लिए कहा। ड्राइवर मोहित ने जब खिड़की से कमरे के अंदर देखा तो धोती के सहारे रंजीत फंदे से लटके हुए थे। घटना की सूचना के बाद सबसे पहले रंजीत के भाई यश फ्लैट पर पहुंचे। जब खिड़की से देखा तो भाई को फंदे पर लटका देख आवाक रह गए। थोड़ी देर में रंजीत की पत्नी भी फ्लैट पर पहुंच गई। सूचना मिलते ही पुलिस भी पहुंची। पुलिस इसे सुसाइड मान रही है और तर्क है कोरोना काल में हुए नुकसान के कारण रंजीत डिप्रेशन में थे। हालांकि अभी इस मामले की जांच चल रही है।
रंजीत के साथी पटना के कारोबारियों के मुताबिक वह ससुराल के अकेले दामाद थे। उन्हें ससुराल से प्रापर्टी मिली थी। रंजीत काफी जिंदादिल इंसान थे। वह सुसाइड करेंगे, ऐसा विश्वास ही नहीं हो रहा है। आर्थिक नुकसान को लेकर भी साथी कारोबारियों का कहना है कि वह कोरोना काल में भी पूरी तरह से ठीक थे और लोगों की मदद करते रहते थे। रंजीत के पिता ने सभी भाइयों को पहले ही अलग कर दिया था। रंजीत का बाइपास पर एक बैंकेट हॉल है। पटना में घर-आंगन भी पहले उन्हीं का था। रंजीत के साथी कारोबारियों का कहना है कि फ्रेजर रोड पर एक 70 कमरे का होटल भी बनवाया था। लेकिन अभी उसका उद्घाटन नहीं किया था।