राष्ट्रीय मछुआरा दिवस समारोह में बोले केन्द्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, देश को मत्स्यपालन में आत्मनिर्भर बनाना लक्ष्य

पटना। राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड, हैदराबाद, भारत सरकार ने आभासी मंच के द्वारा राष्ट्रीय मछुआरा दिवस समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों मछुआरे प्रतिनिधियों एवं मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन पुरुषोत्तम रुपाला, केन्द्रीय मंत्री, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के द्वारा किया गया।
देश को मत्स्यपालन में आत्मनिर्भर बनाना लक्ष्य
उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि देश में नीली क्रांति के लिए डॉ. हीरा लाल चौधरी को उनके योगदान के लिए भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना प्रधानमंत्री का महत्वकांक्षी योजना है। इस योजना के अन्तर्गत कुल 20 हजार करोड़ रुपए खर्च किये जाने हैं। लक्ष्य है कि देश को मत्स्यपालन में आत्मनिर्भर बनाना एवं स्वरोजगार पैदा करना।
मछली खाने के लिए रेडियो जिंगल का उद्घाटन
इस अवसर पर उन्होंने मछली खाने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए रेडियो जिंगल का उद्घाटन किया एवं मछली खाने को प्रोत्साहित करने के उद्वेश्य से आयोजित प्रतियोगिता में विजेताओं की सूची को प्रकाशित किया। इस मौके पर दर्जनों लाभार्थी किसानों के साथ सीधे वार्ता किये एवं उनके समस्याओं से अवगत हुए।
भारत मछली उत्पादन के क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त करेगा : एल मुरगन
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एल मुरगन, राज्यमंत्री, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय ने भाग लेते हुए कहा कि अब वह दिन दूर नहीं, जब भारत मछली उत्पादन के क्षेत्र में दूसरे स्थान से प्रथम स्थान प्राप्त करेगा। जिसका श्रेय देश मछुआरों, मत्स्य विशेषज्ञों एवं मत्स्य सहकारी संस्थाओं को दिया जायेगा। आगे उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अलग से मंत्रालय बनाकर देश के मत्स्यपालकों के साथ न्याय किया है और साथ ही किसानों के समान मत्स्य किसान क्रेडिट कार्ड निर्गत करने का निर्णय लिया, जो एक एतिहासिक कदम है।

आंगन्तुक अतिथियों का स्वागत राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड, हैदराबाद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी डॉ. सी. सुबरना के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन सागर मेहरा, संयुक्त सचिव, मत्स्य विभाग, भारत सरकार ने किया। कार्यक्रम में भारत सरकार के मत्स्य विभाग के सचिव जतिन्द्र नाथ स्वांइ, मत्स्य विभाग, नई दिल्ली के निदेशक श्री मुकेश एवं राष्ट्रीय मत्स्यजीवी सहकारी संघ लि. (फिश्कॉपफेड) के प्रबंध निदेशक ऋषिकेश कश्यप ने भाग लिया।