पीएम मोदी के विमान पर अटैक की धमकी देने वाला गिरफ्तार, पुलिस ने महिला को दबोचा, जांच जारी
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विमान पर अटैक की धमकी मिली है। 11 फरवरी को मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम में एक कॉल आई जिसमें चेतावनी दी गई कि आतंकवादी प्रधानमंत्री मोदी के विमान पर हमला कर सकते हैं। मुंबई पुलिस ने इस बारे में सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया था। हालांकि बुधवार को पुलिस ने चेंबूर इलाके से एक शख्स को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया- पकड़ा गया शख्स मानसिक रोगी है। पिछले 4 महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की धमकी का यह दूसरा मामला है। इससे पहले नवंबर 2024 में मुंबई पुलिस के कंट्रोल रूम में धमकी भरा फोन आया था। मामले में पुलिस ने एक 34 साल की महिला को हिरासत में लिया था। पूछताछ में पता चला था कि महिला मानसिक रूप से अस्थिर है। उसने शरारत में फोन किया था। महिला का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड भी नहीं था। किसी राज्य में पीएम के दौरे के समय 4 एजेंसियां सुरक्षा व्यवस्था देखती हैं- एसपीजी, एएसएल, राज्य पुलिस और स्थानीय प्रशासन। एडवांस सिक्योरिटी संपर्क टीम (एएसएल) प्रधानमंत्री के दौरे से जुड़ी हर जानकारी से अपडेट होती है। एएसएल टीम केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी के संपर्क में होती है। केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी एएसएल की मदद प्रधानमंत्री के दौरे की निगरानी रखते हैं। स्थानीय पुलिस पीएम के दौरे के समय रूट से लेकर कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा संबंधी नियम तय करती है। आखिरकार पुलिस के निर्णय की निगरानी एसपीजी अधिकारी ही करते हैं। केंद्रीय एजेंसी एएसएल प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल और रूट की सुरक्षा जांच करता है। इसके साथ ही एसपीजी पीएम के करीब आने वाले लोगों की तलाशी और प्रधानमंत्री के आसपास की सुरक्षा को देखता है। स्थानीय प्रशासन पुलिस के साथ मिलकर काम करते हैं। प्रधानमंत्री किसी कार्यक्रम में हेलिकॉप्टर के जरिए जा रहे हैं तो किसी खास परिस्थिति के लिए कम से कम एक वैकल्पिक सड़क मार्ग तैयार रखने का नियम होता है। इस रास्ते पर सुरक्षा व्यवस्था की जांच सीनियर पुलिस अधिकारी PM के दौरे से पहले करते हैं। इस रास्ते पर सुरक्षा जांच रिहर्सल के समय एसपीजी, स्थानीय पुलिस, खुफिया ब्यूरो और एएसएल टीम के अधिकारी सभी शामिल होते हैं। एक जैमर वाली गाड़ी भी काफिले के साथ चलती है। ये सड़क के दोनों ओर 100 मीटर दूरी तक किसी भी रेडियो कंट्रोल या रिमोट कंट्रोल डिवाइस के को जाम कर देते हैं, इससे रिमोट से चलने वाले बम या आइईडी में विस्फोट नहीं होने देता।


