पटना में एफसीआई के रिटायर्ड कर्मी के घर को चोरों ने बनाया निशाना: गहने और रुपये गायब, बर्तन भी उडाये
पटना। जिले के बाढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत अगवानपुर पंचायत के ललितपुर गांव में चोरी की एक बड़ी घटना सामने आई है। यहां एफसीआई के सेवानिवृत्त कर्मी के बंद पड़े घर को चोरों ने निशाना बनाया और लाखों रुपये का सामान लेकर फरार हो गए। इस वारदात की जानकारी तब हुई, जब परिवार के लोग सोमवार की सुबह गांव पहुंचे। घर की हालत देखकर परिजन स्तब्ध रह गए और पूरे इलाके में चोरी की इस घटना को लेकर चर्चा शुरू हो गई।
मुगलसराय में रहता है परिवार
पीड़ित परिवार के अनुसार, वे फिलहाल मुगलसराय में रहते हैं और गांव स्थित घर पर कभी-कभार ही आना-जाना होता है। ललितपुर गांव में स्थित यह मकान काफी समय से बंद पड़ा था। परिवार के सदस्य लगभग 20 दिन पहले यहां आए थे और घर में ताला लगाकर वापस लौट गए थे। इसी दौरान चोरों ने सुनसान घर को निशाना बना लिया।
सुबह पहुंचने पर हुआ चोरी का खुलासा
सोमवार सुबह करीब पांच बजे जब परिवार के लोग ललितपुर गांव स्थित अपने घर पहुंचे, तो बाहर से घर बंद मिला। शुरुआत में उन्हें किसी अनहोनी का अंदेशा नहीं हुआ, लेकिन जैसे ही वे अंदर गए, कमरे का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। कमरे का दरवाजा अंदर से खुला हुआ था और सामान बिखरा पड़ा था। जांच करने पर पता चला कि दरवाजे की कुंडी तोड़कर चोर घर के अंदर घुसे थे।
गहनों और नगदी पर चोरों की नजर
परिजनों ने बताया कि चोरों ने घर में रखे सोने और चांदी के गहनों पर हाथ साफ कर दिया। इसके अलावा घर में रखी नगदी भी गायब थी। परिजन सुंदरी देवी के अनुसार, चोर लगभग 15 से 20 हजार रुपये नकद ले गए हैं। साथ ही घर में रखे नए कपड़े भी चोरी हो गए हैं। इस घटना से परिवार को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ मानसिक सदमा भी झेलना पड़ रहा है।
कीमती बर्तन भी नहीं छोड़े
चोरी की इस वारदात में चोरों ने केवल गहने और पैसे ही नहीं, बल्कि घर में रखे कीमती बर्तनों को भी नहीं छोड़ा। परिजनों के अनुसार, कांसा, पीतल और चांदी के कई बर्तन गायब हैं। आमतौर पर चोर बड़े और भारी सामान को छोड़ देते हैं, लेकिन इस मामले में चोरों ने बर्तन तक उठा ले जाना यह संकेत देता है कि वे पूरी तैयारी के साथ आए थे और उन्हें पर्याप्त समय मिला।
लगभग ढाई लाख रुपये का नुकसान
परिवार के सदस्य निरंजन ने बताया कि चोरी से उन्हें करीब ढाई लाख रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि यह चोरी पिछले 20 दिनों के अंतराल में किसी भी दिन हुई हो सकती है, क्योंकि घर लंबे समय से बंद था। लंबे समय तक घर खाली रहने का फायदा उठाकर चोरों ने पूरी इत्मीनान से वारदात को अंजाम दिया।
मौके से मिला चोरों का मफलर
इस घटना में एक अहम सुराग भी हाथ लगा है। परिजनों ने बताया कि घर के अंदर से एक मफलर बरामद हुआ है, जो संभवतः चोरों का ही हो सकता है। माना जा रहा है कि चोरी के दौरान जल्दबाजी या लापरवाही में चोर अपना मफलर वहीं छोड़ गए। यह मफलर पुलिस के लिए जांच में अहम कड़ी साबित हो सकता है।
पुलिस को दी गई सूचना
घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों ने डायल-112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की। पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि आसपास किसी ने संदिग्ध गतिविधि देखी थी या नहीं।
ग्रामीणों में बढ़ी चिंता
इस चोरी की घटना के बाद ललितपुर गांव और आसपास के इलाके में चिंता का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में अक्सर कई घर लंबे समय तक बंद रहते हैं, जिससे चोरों के हौसले बढ़ जाते हैं। लोगों ने पुलिस से रात में गश्त बढ़ाने और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है।
बंद घरों की सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर बंद पड़े घरों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है। बाहर रह रहे लोग अपने गांव या शहर के घरों में ताला लगाकर चले जाते हैं, लेकिन लंबे समय तक निगरानी न होने से ऐसे घर चोरी के आसान शिकार बन जाते हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि पड़ोसियों और पंचायत स्तर पर भी निगरानी की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
पुलिस जांच से उम्मीद
फिलहाल पुलिस चोरों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए सबूत जुटा रही है। मफलर और टूटे ताले जैसे सुरागों के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। परिजनों को उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही इस चोरी का खुलासा करेगी और उनका सामान बरामद होगा।
परिवार की अपील और सबक
पीड़ित परिवार ने अन्य लोगों से भी अपील की है कि यदि घर लंबे समय तक बंद रखना हो, तो आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दें और समय-समय पर निगरानी की व्यवस्था करें। इस घटना ने एक बार फिर यह सबक दिया है कि बंद घरों की सुरक्षा को हल्के में लेना भारी नुकसान का कारण बन सकता है।


