हाजीपुर में भीड़ ने युवक को बेरहमी से पीटा: छत से नीचे फेंका, कुत्ते से कटवाया, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
हाजीपुर। हाजीपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां भीड़ ने एक मानसिक रूप से बीमार युवक को बेरहमी से पीटा। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें युवक के साथ की गई क्रूरता साफ नजर आती है। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आ गई है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
छत पर घेरकर की गई मारपीट
सूत्रों के अनुसार घटना एक दिसंबर को राजेंद्र चौक के पास हुई। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि छत पर चार से पांच युवक मानसिक रूप से कमजोर युवक को घेर लेते हैं। वे लाठी, डंडे और लात-घूंसों से उसकी बेरहमी से पिटाई करते हैं। मारपीट इतनी अमानवीय थी कि उन्हें यह भी ख्याल नहीं रहा कि सामने वाला गंभीर रूप से बीमार है।
छत से नीचे फेंका और कुत्ते से कटवाया
पहले वीडियो में मारपीट और उसके बाद युवक को छत से नीचे धकेलने की घटनाएं कैद हैं। नीचे गिरने के बाद घायल युवक को जमीन पर घसीटा जाता है। इसके बाद उसे कुत्ते से कटवाया गया। भीड़ के बीच कोई भी उसे बचाने की कोशिश करता दिखाई नहीं दिया। घटना में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है और उसे तुरंत पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
युवक पहले से था चर्चा में
युवक की पहचान हाजीपुर के सुभाष चौक क्षेत्र निवासी सरोज कुमार के बेटे राहुल कुमार रंजन के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है। कुछ ही दिनों पहले उसका एक और वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह ई-रिक्शा तोड़ता हुआ दिखाई दे रहा था। इसी तरह एक अन्य वीडियो में वह बाजार क्षेत्र में लोगों को धमकाते हुए दिखा था। दुकान के मालिक ने उसके खिलाफ पहले ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
मारपीट का कारण क्या था?
स्थानीय लोगों की मानें तो राहुल ने राजेंद्र चौक स्थित पातालेश्वर मिष्ठान दुकान के शीशे पर पत्थर फेंक कर उसे तोड़ दिया था। इसके अलावा उसने राह चल रहे कुछ लोगों पर भी हमला किया। इससे नाराज होकर कुछ युवकों ने उसे पकड़ लिया और बुरी तरह पीटने लगे। यह भी सामने आया है कि राहुल हाथ में लोहे की दबिया लेकर लोगों को डराने की कोशिश कर रहा था।
पुलिस ने मौके से बचाया युवक को
घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस और डायल-112 की टीम मौके पर पहुंच गई। भीड़ बढ़ने लगी थी और स्थिति बिगड़ सकती थी, इसलिए पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए घायल युवक को भीड़ से सुरक्षित निकाला। इसके बाद उसे हॉस्पिटल भेजा गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
पुलिस कर रही कार्रवाई
सदर एसडीपीओ सुबोध कुमार ने पुष्टि की है कि मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने घटना की जांच तेज कर दी है। उन्होंने कहा कि युवक मानसिक रूप से बीमार है और शहर में हथियार लेकर घूम रहा था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया है। वहीं जिन लोगों ने मिलकर उसकी पिटाई की, उनकी पहचान की जा रही है। पहचान के बाद सभी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह घटना समाज में बढ़ते भीड़तंत्र और कानून हाथ में लेने की प्रवृत्ति का एक बड़ा उदाहरण है। भले ही युवक मानसिक रूप से अस्वस्थ होकर गलत कर रहा था, लेकिन भीड़ द्वारा इस तरह की क्रूरता न केवल अमानवीय है बल्कि कानून के विरुद्ध भी है। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और आरोपियों पर कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। यह घटना एक बार फिर सोचने पर मजबूर करती है कि भीड़ का न्याय किस हद तक सही है और ऐसी घटनाओं को कैसे रोका जा सकता है।


