प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ते ही एन-95 मास्क की बढ़ी डिमांड, दवा की कीमतों ने भी छुआ आसमान

बिहार। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या के साथ दवा की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। कोरोना के मामले पटना जिले में बढ़े तो इसका खौफ लोगों के मन-मस्तिष्क पर हावी होने लगा। कोरोना के खौफ के कारण इसके बचाव वाले हथियार विशेषकर मास्क की मांग में करीब चार गुनी वृद्धि हो गयी है। सर्जिकल से लेकर ब्रांडेड मास्क को 40 से लेकर 60 प्रतिशत तक दुकानदारों ने महंगा कर दिया। थोक बाजार में जो सर्जिकल मास्क तीन रुपये प्रति पीस की दर से बिक रहा था, वह आज की तारीख में साढ़े तीन रुपये प्रति पीस की दर से बिक रहा है। वहीं फुटकर बाजार की बात करें तो चार रुपये वाला मास्क आज की तारीख में पांच से लेकर 10 रुपये प्रति पीस की दर से बिक रहा है।

वहीं एन-95 मास्क की कीमतों में 40 प्रतिशत तक इजाफा हो गया है। 25 से 30 रुपये प्रति पीस की दर से बिकने वाला एन 95 मास्क आज की तारीख में 35 से 40 रुपये प्रति पीस की दर से बिक रहा है। एजिथ्रोमाइसिन सॉल्ट वाला एजिथ्रॉल दवा तो आज की तारीख में दुकानों से गायब हो गई है। दवा कारोबार से जुड़े सूत्रों की मानें तो एजिथ्रॉल की दवा को स्थानीय स्तर पर दुकानदारों ने डंप कर दिया है, ताकि इसकी आड़ में जेनरिक दवा की खपत बढ़ाकर मोटा मुनाफा कमाया जा सके। इसके अलावा फुटकर दवा बाजार में एजिथ्रोमाइसिन, एंटीबॉयोटिक व बुखार की दवाओं के दाम में पांच से 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 22 रुपये प्रति गोली की दर से बिकने वाली एजिथ्रोमाइसिन 24 रुपये में बिक रही है। 1.45 रुपये में बिकने वाली बुखार यानी पैरासिटामाल 650 एमजी दो रुपये व 90 पैसे की दर से बिकने वाली दवा पैरासिटामॉल 500 एमजी की दवा एक रुपये में बिक रही है।

हर दूसरा खरीदार सर्दी, खांसी, बुखार व बदन दर्द की ले रहे दवा

दवा की दुकानों पर कोरोना व ठंड से जुड़ी बीमारियों की दवाओं के खरीदार ज्यादा हैं। दवा की दुकान पर खरीद के लिए आने वाला हर दूसरा खरीदार सर्दी, खांसी, बदन दर्द, बुखार व गले में दर्द की दवा ले रहा है। भागलपुर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के मुताबिक, एंटी एलर्जिक, एंटी बायोटिक, पैरासिटामॉल व एमाक्सीलिन, विटामिन डी एवं जिंक की दवाओं की बिक्री में बीते एक माह के अंदर ही चार गुना तक का उछाल आया है। कोरोना के इलाज से जुड़ी ज्यादातर दवाओं की कीमतों में इजाफा नहीं हुआ है।

तापमान में उतार-चढ़ाव ने बढ़ा दिये एलर्जी व ठंड के बीमारों की संख्या

मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजकमल चौधरी ने बताया कि इन दिनों दिन-रात के तापमान में अंतर नौ से लेकर 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रह रहा है। जबकि शरीर को सात डिग्री सेल्सियस से ज्यादा अंतर का तापमान को एडजस्ट करने में परेशानी होती है। यही कारण है कि इस मौसम में एलर्जी, ठंड लगने या फिर वायरल के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोरोना के लक्षण अगर दिख रहे हैं तो पहले कोरोना की जांच करा लें। अपने मन से दवाओं को खरीदकर खाने के बजाय चिकित्सकीय सलाह के अनुसार दवाओं का सेवन करें।

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