फुलवारीशरीफ नगर परिषद का कार्यकाल समाप्त : कार्यकाल के आखरी दिन प्रखंड शिव मंदिर तालाब में छठ घाट का शिलान्यास संपन्न, सांसद रामकृपाल यादव ने किया शिलान्यास
फुलवारीशरीफ, (अजीत)। पटना के फुलवारी शरीफ नगर परिषद का कार्यकाल समाप्त हो गया है। वहीं नगर निकाय चुनाव की कोई सुगबुगाहट भी नहीं दिखाई पड़ रही है। ऐसे में नगर परिषद के चेयरमैन आफताब आलम ने खगोल के नगर परिषद अध्यक्ष के साथ मिलकर बिहार सरकार से प्रशासक परिषद बनाने की मांग की है ताकि विकास योजना में जनप्रतिनिधियों की भूमिका सुनिश्चित रह सके। वहीँ नगर परिषद कार्यकाल के आखिरी दिन फुलवारी शरीफ प्रखंड शिव मंदिर तालाब परिसर में उत्तरी छोर पर छठ घाट का निर्माण कार्य का शिलान्यास सांसद रामकृपाल यादव ने किया। कार्यक्रम में स्थानीय विधायक गोपाल रविदास विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर चेयरमैन आफताब आलम ने किया। मालूम हो कि शिव मन्दिर घाट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु छठ व्रत के लिए पहुंचते है। यह फुलवारी शरीफ का मुख्य घाट है जहाँ अपार जनसमूह छठ के अवसर पर देखने को मिलता है। सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि छठ घाट का निर्माण 8 माह के अन्दर बनकर तैयार हो जायेगा। उन्होंने नगर परिषद के कार्यों की प्रशंसा एवं सराहना की। श्री यादव ने कहा कि उतर छोर पर घाट निर्मित नहीं रहने के कारण छठ व्रतियों को काफी परेशानी होती थी और कचड़ा रहने के कारण हर समय खतरा भी बना रहता था। विधायक गोपाल रविदास ने नगर परिषद के कार्यों की सराहना करते हुए कहा की इस छठ घाट के निर्माण से एक बड़ी आबादी को लाभ हो गया। वही नगर परिषद के अध्यक्ष अफताब आलम ने कहा कि छठ घाट का निर्माण एवं सौन्दर्यीकरण के बाद तालाब में बच्चों को बोट भी चलाने का प्रस्ताव नगर परिषद ने पारित किया है। इससे यहाँ के बच्चों को खेलने तथा बड़े बुजुर्गों को टहलने एवं स्वास्थ्य लाभ लेने का अवसर भी मिलेगा। श्री आलम ने नगर परिषद द्वारा सभी 28 वार्डो में किये गये विकास कार्यों तथा अन्य नागरिक सुविधायों के संबंध में विस्तार से प्रकाश डाला।
स्थानीय वार्ड पार्षद मीणा देवीनगर परिषद चेयरमैन आफताब आलम ने कहा कि ग्राम पंचायतों के मामले में राज्य सरकार ने विचार विमर्श कर पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो जाने के पश्चात निर्वाचित कार्यरत जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों पर आधारित परामर्श समिति का गठन करके जन कार्य में जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका सुनिश्चित थी। बजाता इसके लिए ऑर्डिनेंस भी लाया गया था। उन्होंने कहा कि उसी प्रकार नगर निकायों के कार्यकाल समाप्त होने के पश्चात भी निकायों के कार्य संचालन के लिए निर्वाचित जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों पर आधारित प्रशासक परिषद का गठन किया जाना चाहिए। क्योंकि बिहार नगर पालिका अधिनियम की धारा 12 के उप धारा 9 में पूर्व से ऐसा प्रावधान बना हुआ है। इसके लिए अलग से कोई कानून बनाने की जरूरत भी नहीं है। उन्होंने कहा नगर निकाय का आम निर्वाचन होने तक बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 की धारा 12 के उप धारा 9 में निहित प्रावधानों के आलोक में प्रशासक परिषद का गठन किया जाए। जिसमें निकायों के कार्य संचालन के लिए कार्यरत निर्वाचित जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों को शामिल किया जाए ताकि जन कार्य, जनहित जनतांत्रिक मूल्यों में कार्य संचालन हेतु जनप्रतिनिधियों की भूमिका सुनिश्चित हो सके। और भीम पंडित ने आगन्तुकों का स्वागत किया। कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद मनोज कुमार ने योजना को समय सीमा के अन्दर 6 माह में पूरा कराने का आश्वासन दिया। कार्यपालक अभियंता अखिलेश सिंह ने योजना की तकनीकी पहलुओं पर प्रकाश डाला। आफताब आलम, मीना कुमारी, शहबाज हुसैन और देव कुमार ने अतिथियों को बुके देकर स्वागत किया। इस अवसर पार्षद पप्पु चाँद , शहबाज हुसैन, नौशाद आलम, रमेश यादव, अकील खान, देव कुमार, कौसर खान, मनोहर चौधरी, असगर अली, संजय प्रसाद , शाह जाहिद हुसैन, मो. फिरोज, सुनील कुमार, पप्पू खान, महमुद आलम, देवेन्द्र कुमार, शुजाउद्दीन आदि सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुष जनता मौजूद रहीं।