राजद का आरोप तेजस्वी की सभा स्थल पर कोई प्रशासनिक व्यवस्था नहीं
पटना: राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने आरोप लगाया है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव की होने वाली सभाओं के लिए जानबूझकर प्रशासन के स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि प्रशासन को इस बात की जानकारी है कि तेजस्वी जी की सभा में भारी संख्या में लोगों का जुटान होगा। ऐसी सभाओं के लिए प्रषासनिक और जन सुविधा उपलब्ध कराने संबंधी सुविधा व्यवस्था की नैतिक और संवैधानिक जिम्मेदारी प्रशासन की होती है। वैसे भी नेता प्रतिपक्ष एक संवैधानिक पद होता है। और उनकी सभाओं के लिए प्रषासनिक व्यवस्था करना प्रशासन का वैधानिक उतरदायित्व है।
राजद नेता ने आरोप लगाया है कि कल छपरा की सभा में जानबूझकर विद्युत आपूर्ति में व्यवधान पैदा किया गया। यह तो वहां के लोगों को दाद देनी होगी जिन्होंने मोबाइल की रौशनी में अपने नेता का भाषण सुनने के लिए डटे रहे।
उन्होंने कहा कि संविधान बचाओ न्याय यात्रा के दौरान रास्ते से लेकर सभा स्थलों तक जिस उत्साह के साथ लोगों का भारी जनसमर्थन नेता प्रतिपक्ष को मिल रहा है। उससे भाजपा और जदयू को अपनी जमीन खिसकता हुआ दिख रहा है। और इसी बौखलाहट में वे इस यात्रा का विरोध कर रहे हैं।
राजद नेता ने कहा कि संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन कर जनादेष के पीठ में छूरा घोपने वालों के मुंह से सविधान की बात करना हास्यास्पद लगता है। जो लोग राजेन्द्र बाबू और डाॅ0 अम्बेदकर के बनाए संविधान के बदले आरएसएस के सविधान को लागू करना चाहते हैं। उनके द्वारा संविधान की बात करना एक भद्दा मजाक ही लगता है।
राजद नेता ने कहा कि राक्षसी राज से बिहार की जनता मुक्ति चाह रही है। जिस राज में पिछले 24 घंटे में बक्सर, सासाराम और मुजफ्फरपुर में तीन-तीन गैंगरेप की घटना घटित हुई हो, जहां अराजकता और भ्रष्टाचार व्यवस्था का पर्याय बन गया हो। उस राज के खिलाफ लोगों का आक्रोष अब उबलने लगा है। और उन्हें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव में हीं इस राज्य का भविष्य दिखाई दे रहा है।