CM नीतीश और प्रशांत किशोर की मुलाकात पर तेजस्वी का तंज, बोले- अच्छा होता अगर मुख्यमंत्री हत्या तथा अपहरण पीड़ितों से मिलते

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ मुलाकात की। इसके एक बाद राष्ट्रीय जनत दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री राज्य में रोजाना जिनकी हत्या और अपहरण किया जा रहा है, उन पीड़ितों से मिलते तो अच्छा होता। तेजस्वी ने पत्रकारों से कहा, नीतीश जी जिससे भी मिलते हैं, यह उनका काम है। बेहतर होता कि वह बिहार में दैनिक हत्याओं और अपहरण के पीड़ितों या माफियाओं द्वारा प्रताड़ित होने वालों के परिजनों से मिलते। वही इसके उधर नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर के साथ अपनी मुलाकात के किसी भी राजनीतिक महत्व से इनकार किया था। बता दे की इसके पूर्व प्रशांत किशोर को 2020 में जदयू से निष्कासित कर दिया गया था। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए CM नीतीश ने कहा, ‘क्या प्रशांत किशोर के साथ मेरा रिश्ता आज से ही है? इस मुलाकात के पीछे कोई खास मतलब नहीं है।

सीएम नीतीश के बेहद करीबी माने जाते थे प्रशांत किशोर
किशोर को ‘विवादास्पद टिप्पणी करने के वजह से जदयू से निष्कासित कर दिया गया था। उनके यह बयान पार्टी की नीतियों के अनुरूप नहीं थे। वे पार्टी के उपाध्यक्ष थे और पार्टी से निष्कासन से पहले उन्हें नीतीश कुमार का करीबी माना जाता था। किशोर ने 2015 में महागठबंधन के साथ काम किया था जिसने बिहार में विधानसभा चुनाव जीता था। महागठबंधन में जदयू और राजद शामिल थे लेकिन बाद में दोनों पार्टियां एक-दूसरे से अलग हो गईं। किशोर के राजनीतिक सलाहकार समूह आई-पैक ने पिछले साल बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के साथ काम किया था। हालांकि अब किशोर की टीएमसी के साथ अनबन की खबरें आती रहती हैं।