राजनीति में भगोड़े के रूप में बन रही तेजस्वी की पहचान, अपने दायित्वों से हमेशा भागते रहे हैं तेजस्वी: प्रभाकर मिश्र
पटना। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने तेजस्वी यादव के विदेश भ्रमण पर कटाक्ष करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को बिहार का हवा-पानी पसंद नहीं है। यहां की मिट्टी और धर्म-संस्कृति से उनका कोई लगाव नहीं है। यही वजह है कि वे एक जनप्रतिनिधि के रूप में अपने जरूरी दायित्वों को नजरंदाज कर सैर-सपाटे के लिए विदेश चले जाते हैं। वे नवरात्र में फिश पार्टी करते हैं और क्रिसमस मनाने के लिए विदेश में अड्डा जमाये हैं। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता ने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि राजनीति में तेजस्वी यादव की छवि एक भगोड़े के रूप में बन गयी है, जो सिर्फ भागना जानते हैं। अपने राजनीतिक दायित्वों से भी और अपने पारिवारिक दायित्वों से भी। जब बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा था, तब वे गायब रहे। पिता लालू प्रसाद को जब मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराना था, तब भी परिवार की जिम्मेदारियों से दूर भागे रहे। लालू जी की आंख के ऑपरेशन के समय मीसा भारती उनके साथ मौजूद रहीं। इससे पहले उनकी बेटी रोहिणी आचार्या ने सिंगापुर में उन्हें अपनी किडनी डोनेट किया था। इसके बावजूद लालू प्रसाद को अपने नालायक छोटे पुत्र के प्रति मोह नहीं हटा। बड़े बेटे को परिवार से बेदखल कर दिया और बेटियों को उनका हक नहीं मिल रहा। सही मायने में तेजस्वी के मोह में लालू प्रसाद धृतराष्ट्र बन गये हैं।


