तेजस्वी का पीएम पर हमला, कहा- वे अमेरिका के टैरिफ पर चुप, बिहार जाकर भारत को बनाएंगे विश्वगुरु
पटना। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। वे पटना से दिल्ली रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वे ‘इंडिया’ गठबंधन की एक अहम बैठक में शामिल होने दिल्ली जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन का अवसर है और उनकी बहन दिल्ली में रहती हैं, इसलिए उनसे मिलने भी जा रहे हैं।
अमेरिका के टैरिफ पर चुप्पी को लेकर पीएम पर सवाल
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री पर सवाल उठाते हुए कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 50 प्रतिशत टैरिफ बढ़ा दिया है, जिससे भारत को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब देश को इतना बड़ा नुकसान हो रहा है, तब प्रधानमंत्री क्यों चुप हैं?
सीजफायर पर भी उठाया सवाल
तेजस्वी यादव ने अमेरिका के राष्ट्रपति के उस बयान का भी ज़िक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराया है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि अमेरिकी राष्ट्रपति यह बात 28 बार दोहरा चुके हैं, फिर भी प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार भी इस पर सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा कि यह देश की विदेश नीति और कूटनीतिक स्थिति को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है।
‘विश्वगुरु’ की संज्ञा पर तंज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विश्वगुरु’ वाले दावे पर तंज कसते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जिन मुद्दों पर सरकार को स्पष्ट और कठोर प्रतिक्रिया देनी चाहिए, उस पर सरकार पूरी तरह से मौन है। लेकिन जब वे बिहार आते हैं तो कहते हैं कि भारत ‘विश्वगुरु’ बन गया है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि अगर सरकार की यही नीति रही तो देश ‘विश्वगुरु’ नहीं बल्कि दिशाहीन हो जाएगा।
चुनाव आयोग के नोटिस पर दी सफाई
चुनाव आयोग की ओर से नोटिस दिए जाने की खबरों पर तेजस्वी ने स्पष्ट किया कि उन्हें चुनाव आयोग से कोई नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि उन्हें एसडीओ (अनुमंडल पदाधिकारी) स्तर से नोटिस मिला है, जिसका वे जवाब दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि जब दो EPIC (मतदाता पहचान पत्र) नंबर जारी किए गए हैं, तो इसके लिए दोषी कौन है? उन्होंने कहा कि जिन्हें यह नंबर जारी करने की जिम्मेदारी थी, उन्हीं की गलती है, और अब उनसे ही जवाब मांगा जा रहा है, जो पूरी तरह अनुचित है।
अनंत सिंह के मामले पर किया किनारा
अनंत सिंह के जेल से बाहर आने और जेडीयू से चुनाव लड़ने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने जवाब देने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर वे कुछ नहीं कहना चाहते और यह जिम्मेदारी उनके प्रवक्ता बंटू सिंह की है, वही इस पर बयान देंगे।
नीतिगत चुप्पी और विपक्ष की भूमिका
तेजस्वी यादव की यह प्रेस वार्ता न सिर्फ प्रधानमंत्री की नीतियों पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि विपक्ष, खासकर ‘इंडिया’ गठबंधन, आने वाले चुनावों में किस तरह से केंद्र सरकार को घेरने की रणनीति बना रहा है। अमेरिका के साथ व्यापारिक रिश्ते, विदेश नीति में पारदर्शिता और घरेलू प्रशासनिक जवाबदेही जैसे मुद्दों पर विपक्ष का फोकस स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है। तेजस्वी यादव के बयानों से यह स्पष्ट हो गया है कि वे आने वाले दिनों में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के विरोध में और मुखर होकर सामने आने वाले हैं। उन्होंने अमेरिका के टैरिफ, विदेश नीति और चुनाव आयोग से जुड़े मुद्दों को उठाकर यह संकेत दे दिया है कि विपक्ष अब केंद्र सरकार को हर मोर्चे पर जवाबदेह बनाने के लिए तैयार है।


