स्वास्तिक के बहाने बिहार की राजनीति गर्म, तेजस्वी ने CM नीतीश पर लगाया धर्मनिरपेक्षता को नुकसान पहुचाने का आरोप

पटना। बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह को यादगार बनाने के लिए इसकी स्मृति में स्तंभ बनवाने का फैसला हुआ है। बिहार विधानसभा के मुख्य द्वार के ठीक सामने एक स्तंभ का निर्माण हो रहा है। जिस पर स्वास्तिक का चिन्ह अंकित होगा। जिसको लेकर सियासत भी तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार सरकार के इस फैसले से काफी नाराज है। तेजस्वी यादव ने इसपर सवाल खड़े किए हैं और सीएम नीतीश कुमार पर धर्मनिरपेक्षता को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है।

विधानसभा स्पीकर विजय कुमार सिन्हा का पलवार, बोले- सभी धर्मों को मानेंगे लेकिन अपने धर्म को भूलेगें नहीं

तेजस्वी यादव के इस आरोप पर बिहार विधानसभा के स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने भी पलटवार किया है। उन्होंने तेजस्वी यादव को पाठ पढ़ाते हुए कहा है कि तेजस्वी को जानकारी नहीं तो पहले बात कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों को मानेंगे लेकिन अपने धर्म को भूल नहीं जायेंगे। विधानसभा स्पीकर ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता का मतलब धर्म और विरासत को भूल जाना नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी विधायकों के लेटर पैड पर भी स्वास्तिक का चिह्न है।

तेजस्वी यादव ने ट्विटर हैंडल से किया हमला, CM नीतीश को बताया धृतराष्ट्र

तेजस्वी यादव के कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है जिसमें आरोप लगाया है कि बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह की स्मृति में विधानसभा मुख्य द्वार के सामने एक स्तंभ बन रहा है। आजादी के बाद देश का यह प्रथम ऐसा स्तम्भ होगा, जिसमें अशोक चक्र नहीं है। नीतीश सरकार ने देश की धर्मनिरपेक्ष छवि को ध्वस्त करते हुए अशोक चक्र की जगह स्वास्तिक चिन्ह लगाया है। स्तंभ पर स्वास्तिक चिह्न लगाए जाने का विरोध करते हुए राष्ट्रीय जनता दल ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर नीतीश सरकार पर हमला किया है। ट्वीट में लिखा गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बिहारवासियों को चुनौती दी है कि बिहार से भी अशोक स्तम्भ के प्रतीक चिन्हों को हटाकर जर्मनी के नाजियों का बदनाम स्वास्तिक चिन्ह माथे पर लगा देंगे। नीतीश कुमार धृतराष्ट्र बनकर ऐसे ही सब देखते रहेंगे। बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह को यादगार बनाने के लिए प्रबोधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, CM नीतीश कुमार के साथ बिहार के तमाम बड़े नेता शामिल हुए थे। इसी दौरान लोकसभा स्पीकर ने निर्माणाधीन स्तंभ का लोकार्पण किया। विधानसभा परिसर में निर्माणाधीन इसी स्तंभ को लेकर विवाद शुरू हो गया है ।

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