सुपौल में इंटरमीडिएट कंपार्टमेंटल परीक्षा में चोरी करवाते बीपीएससी शिक्षक गिरफ्तार, फोन से खींच प्रश्नपत्र का फोटो

सुपौल। बिहार में परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता को एक बार फिर उस समय गहरा आघात लगा जब सुपौल जिले में इंटरमीडिएट कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा के दौरान चोरी कराने के प्रयास में एक शिक्षक को गिरफ्तार किया गया। मामला जिला मुख्यालय स्थित तिलकधारी कॉलेजिएट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परीक्षा केंद्र का है, जहां वीक्षक के रूप में तैनात एक शिक्षक ने परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र की फोटो खींचकर मोबाइल से बाहर भेज दी। गिरफ्तार शिक्षक की पहचान कामेश्वर प्रसाद के रूप में हुई है, जो पिपरा थाना क्षेत्र के जय कुमार उच्च माध्यमिक विद्यालय, रतौली-जरौली में पदस्थापित हैं। कामेश्वर प्रसाद बीपीएससी के माध्यम से चयनित शिक्षक हैं और पूर्व में आयोजित नीट परीक्षा (04 अप्रैल) में वीक्षक के रूप में प्रतिनियुक्त थे। बताया गया कि वे उस परीक्षा का पारिश्रमिक लेने जिला शिक्षा कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन वहां उनके व्यवहार पर संदेह होने पर उन्हें एक कक्ष में बैठा दिया गया। परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षक जनार्दन कुमार के अनुसार, 5 मई को द्वितीय पाली में गणित विषय की परीक्षा हो रही थी। इस दौरान प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी सह मत्स्य पदाधिकारी देवाशीष कुमार ने कार्यालय कक्ष में एक व्यक्ति को प्रश्न पत्र के साथ छेड़छाड़ करते हुए पकड़ा। जांच करने पर पाया गया कि वह व्यक्ति केंद्र के किसी भी कार्य में अधिकृत नहीं था, फिर भी परीक्षा केंद्र पर मौजूद था। पूछताछ में उसने अपना परिचय शिक्षक कामेश्वर प्रसाद के रूप में दिया। घटना की सूचना तत्काल अनुमंडल पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, माध्यमिक शिक्षा को दी गई। जब अधिकारियों की उपस्थिति में कामेश्वर प्रसाद का मोबाइल फोन खंगाला गया, तो उसमें गणित विषय के प्रश्न पत्र की तस्वीर पाई गई, जिसे व्हाट्सएप के माध्यम से किसी अन्य को भेजा गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्राधीक्षक द्वारा सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। सदर थानाध्यक्ष अनिरूद्ध कुमार ने बताया कि कांड संख्या-224/25 के तहत केस दर्ज किया गया है और पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। इस घटना ने परीक्षा व्यवस्था की निष्पक्षता पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन अब यह भी जांच कर रहा है कि क्या इस कृत्य के पीछे कोई बड़ा गिरोह सक्रिय है या यह एकल प्रयास था। शिक्षा विभाग ने भी घटना को गंभीरता से लेते हुए संबंधित शिक्षक के निलंबन और अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

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