पटना में युवक की संदिग्ध मौत, शरीर पर मिले चोट के निशान, ससुर ने लगाया होटल मालिक पर हत्या का आरोप

पटना। राजधानी पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र के दिनकर गोलंबर के पास आरके प्लाजा नाम की एक बिल्डिंग में एक ड्राइवर की संदिग्ध हालत में खून से सनी हुई लाश बरामद की गई है। शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर चोट के निशान मिले हैं। आशंका जताई जा रही है कि ड्राइवर की पहले पिटाई की गई होगी और फिर उसे चौथे तल्ले से सीधे नीचे फेंक दिया गया होगा। परिवार वालों ने इस मामले में पटना के दक्षिणी गांधी मैदान के पास स्थित एक बड़े होटल के मालिक पर मारपीट करने और उसकी हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है। बिल्डिंग और होटल के मालिक दिलीप सिंह हैं।
जिउतिया पर अपने घर जाने वाला था रंजन
नवादा जिले के वाजितपुर का रहने वाला 30 साल का रंजन कुमार दिलीप सिंह का ड्राइवर था। बुधवार की रात 8.30 बजे के करीब रंजन ने वीडियो कॉल कर अपनी पत्नी रूपांजली से बात की थी। जिउतिया के मौके पर वह अपने घर भी जाने वाला था। मगर, किसी को यह नहीं पता था कि महज 12 घंटे के अंदर ही पूरा दृश्य ही बदल जाएगा। रंजन के ससुर सतीश प्रसाद सिंह, जो होमगार्ड जवान हैं और पीएमसीएच में अपनी टीम के इंचार्ज हैं, के मोबाइल पर गुरुवार सुबह 8:30 बजे के करीब एक नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाला दिलीप सिंह का कर्मचारी विक्की था, जिसने रंजन के मौत की जानकारी दी। इसके बाद वो भागे-भागे मौके पर पहुंचे।
बेड पर लगा था खून
रंजन की शादी 2017 में हुई थी। एक बच्चा भी है। 6 महीने तक रंजन नौकरी छोड़कर अपने घर पर रह रहा था। ससुर का दावा है कि डेढ़ महीने पहले उसे खुद दिलीप सिंह लेने आए थे। तब से वे पटना में रह रहा था। दिन में गाड़ी चलाता था और रात में आरके प्लाजा में रहता था। बिल्डिंग के थर्ड फ्लोर पर उसका कमरा था। लेकिन, जब आज यहां पहुंचे तो चौथे तल्ले पर लगे बेड पर खून के धब्बे मिले। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि देर रात को उसे तीसरे से चौथे तल्ले पर ले जाया गया होगा। फिर वहीं पर उसकी पिटाई की गई होगी। उसके बाद उसे बालकनी से नीचे फेंक दिया गया होगा। जिसमें उसकी मौत हो गई। पूरी तरह से यह हत्या का मामला है। ससुर का दावा है कि सबूत को मिटाने के लिए रंजन के मोबाइल को किसी भारी चीज से वार कर चूड़ कर दिया गया है।
एफएसएल की टीम ने कलेक्ट किया सैंपल
हत्या की जानकारी मिलने के बाद कदमकुआं थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। छानबीन के दौरान पता चला कि बिल्डिंग में रहने वाले नौकर राहुल ने सबसे पहले रंजन की लाश को ग्राउंड फ्लोर पर गिरा हुआ देखा था। पुलिस भी इस केस को संदेह की नजर से देख रही है। पुख्ता सबूत जुटाने के लिए एफएसएल की टीम को बुलाया गया। टीम ने कुछ सैंपल भी घटनास्थल से कलेक्ट किया है। अब यह मामला हत्या का है या आत्महत्या का? इस सवाल का जवाब पुलिस की जांच, एफएसएल और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से ही मिल पाएगा।

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